07-07-16 प्रातः मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे– ज्ञान सागर बाप तुम्हें ज्ञान का तीसरा नेत्र देने आये हैं, जिससे आत्मा की ज्योति जग जाती है” प्रश्न: बाप को करनकरावनहार क्यों कहा गया है? वह क्या करते और क्या कराते हैं? उत्तर: बाबा कहते– मैं तुम बच्चों को मुरली सुनाने का कार्य करता […]Read More
05-07-16 प्रातः मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे– शिवबाबा को यह भी लालसा नहीं कि बच्चे बड़े होंगे तो हमारी सेवा करेंगे, वह कभी बूढ़ा होता नहीं, बाप ही है निष्काम सेवाधारी” प्रश्न: भोलानाथ शिवबाबा हम सब बच्चों का बहुत बड़ा ग्राहक है– कैसे? उत्तर: बाबा कहते मैं इतना भोला ग्राहक हूँ, जो […]Read More