31-01-2018 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन ”मीठे बच्चे – बाप तुम्हें ऐसा बेहद का सुख देने आये हैं जो फिर कुछ भी मांगने की दरकार नहीं रहेगी सिर्फ 5 भूतों को जीतो तो विश्व का मालिक बन जायेंगे” प्रश्न: सहज मार्ग होते हुए भी धारणा न होने का कारण क्या है? उत्तर: अवज्ञायें। बाप तो […]Read More
30-01-2018 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन ”मीठे बच्चे – तुम्हें बाप द्वारा बाप की लीला अर्थात् ड्रामा के आदि-मध्य-अन्त का ज्ञान मिला है, तुम जानते हो अब यह नाटक पूरा होता है, हम घर जाते हैं” प्रश्न: स्वयं को बाप के पास रजिस्टर कराना है तो उसके लिए कौनसा कायदा है? उत्तर: बाप के पास […]Read More
29-01-2018 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – क्रोध बहुत दु:खदाई है, यह अपने को भी दु:खी करता तो दूसरे को भी दु:खी करता, इसलिए श्रीमत पर इन भूतों पर विजय प्राप्त करो” प्रश्न: कल्प-कल्प का दाग किन बच्चों पर लगता है? उनकी गति क्या होती है? उत्तर: जो अपने को बहुत होशियार समझते, […]Read More
28-01-18 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “अव्यक्त-महावाक्य” रिवाइज:24-04-83 मधुबन “रूहानी पर्सनैलिटी” आज बापदादा विश्व की सर्व आत्माओं प्रति प्रत्यक्ष जीवन का प्रमाण देने वाले बच्चों से मिलने आये हैं। कुमार सो ब्रह्माकुमार, तपस्वी कुमार, राजऋषि कुमार, सर्व त्याग से भाग्य प्राप्त करने वाले कुमार ऐसी श्रेष्ठ आत्माओं का आज विशेष संगठन है। कुमार जीवन शक्तिशाली जीवन गाई […]Read More
27-01-18 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – भक्तों पर जब भीड़ पड़ी है, विपदा आई है तब बाप आये हैं, ज्ञान से गति सद्गति करने” प्रश्न: विकर्माजीत कौन बनते हैं? विकर्माजीत बनने वालों की निशानी क्या होगी? उत्तर: विकर्माजीत वही बनते जो कर्म-अकर्म और विकर्म की गति को जान श्रेष्ठ कर्म करते हैं। […]Read More
26-01-18 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – तुम मोती चुगने वाले हंस हो, तुम्हारी है हंसमण्डली, तुम लकी सितारे हो, क्योंकि स्वयं ज्ञान सूर्य बाप तुम्हें सम्मुख पढ़ा रहे हैं” प्रश्न: बाप ने सभी बच्चों को कौन सी रोशनी दी है, जिससे पुरूषार्थ तीव्र हो गया? उत्तर: बाप ने रोशनी दी, बच्चे अब […]Read More
24-01-18 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – तुम राजऋषि हो, तुम्हें बेहद का बाप सारी पुरानी दुनिया का सन्यास सिखलाते हैं जिससे तुम राजाई पद पा सको” प्रश्न: इस समय किसी भी मनुष्य के कर्म अकर्म नहीं हो सकते हैं, क्यों? उत्तर: क्योंकि सारी दुनिया में माया का राज्य है। सबमें 5 विकार […]Read More
25-01-18 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – यह सृष्टि वा जमाना दु:ख का है इससे नष्टोमोहा बनो, नये जमाने को याद करो, बुद्धियोग इस दुनिया से निकाल नई दुनिया से लगाओ” प्रश्न: कृष्णपुरी में चलने के लिए तुम बच्चे कौन सी तैयारी करते और कराते हो? उत्तर: कृष्णपुरी में चलने के लिए सिर्फ […]Read More
23-01-18 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – तुम हो मोस्ट लकी बच्चे क्योंकि तुम्हारे सम्मुख स्वयं बाप है, वह तुम्हें सुना रहे हैं” प्रश्न: भक्ति मार्ग का कौन सा संस्कार अभी तुम बच्चों में नहीं हो सकता? क्यों? उत्तर: भक्ति मार्ग में जिस भी देवी या देवता के पास जायेंगे उससे कुछ न […]Read More
22-01-18 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – तुम ईश्वरीय सन्तान हो, तुम्हारा यह अमूल्य जीवन है, तुम्हारा ईश्वरीय कुल बहुत ही श्रेष्ठ है। स्वयं भगवान ने तुम्हें एडाप्ट किया है, इसी नशे में रहो” प्रश्न: शरीर का भान टूट जाए – उसके लिए किस अभ्यास की आवश्यकता है? उत्तर: चलते फिरते अभ्यास करो […]Read More