Bkvarta

Month: February 2018

00 Weekly Murli

28-02-2018

28-02-2018 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन ”मीठे बच्चे – सदा अपने को राजऋषि समझकर चलो तो तुम्हारे सब दिन सुख से बीतेंगे, माया के घुटके से बचे रहेंगे” प्रश्न: कौन सा चांस तुम्हें अभी है फिर नहीं मिलेगा? उत्तर: अभी थोड़ा समय है जिसमें पुरुषार्थ कर पढ़ाई से ऊंच पद पा सकते हो फिर यह […]Read More

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27-02-2018

27-02-2018 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन ”मीठे बच्चे – बाप तुम्हें हद और बेहद की नॉलेज दे, फिर इससे भी पार घर ले जाते हैं, सतयुग त्रेता है हद, द्वापर कलियुग है बेहद” प्रश्न: बाप द्वारा मिली हुई नॉलेज में मजबूत कौन रह सकता है? उत्तर: जो पूरा पवित्र बनता है। पवित्र नहीं तो नॉलेज […]Read More

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26-02-2018

26-02-2018 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन ”मीठे बच्चे – इस पुरानी दुनिया में और कोई भी आश न रख भविष्य ऊंच पद पाने के लिए सिर्फ नष्टोमोहा बनो, बाप को याद करो और पवित्र रहो” प्रश्न: बाप कौन सा सीधा सरल रास्ता बताते हैं, किस बात से बाप का तैलुक नहीं? उत्तर: बाप बच्चों को […]Read More

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25-02-18

25-02-18 प्रात:मुरली ओम् शान्ति ”अव्यक्त-बापदादा” रिवाइज: 04-05-83 मधुबन “सदा एक मत, एक ही रास्ते से एकरस स्थिति” आज बापदादा वतन में सर्व बच्चों के प्रति रूह-रिहान करते मुस्करा रहे थे। किस बात पर? सभी बच्चे विश्व में चैलेन्ज करते हैं मुक्ति जीवनमुक्ति का वर्सा सेकेण्ड में प्राप्त कर सकते हैं। यह चैलेन्ज करते हो ना! […]Read More

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24-02-2018

24-02-2018 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन ”मीठे बच्चे – तुम ब्राह्मण ही गॉडली स्टूडेन्ट हो, तुम्हें बाप ने रचता और रचना का ज्ञान देकर मास्टर जानी-जाननहार बनाया है, अभी तुम सब कुछ जान जाते हो” प्रश्न: दूसरों को समझाने की फलक किन बच्चों में रहेगी? उत्तर: जिनके पास ज्ञान की पूँजी है। जो स्वयं हर […]Read More

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23-02-2018

23-02-2018 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन ”मीठे बच्चे – इस समय तुम्हें निराकारी मत मिल रही है, गीता शास्त्र निराकारी मत का शास्त्र है, साकारी मत का नहीं, यह बात सिद्ध करो” प्रश्न: कौन सी गुह्य बात बड़ी युक्ति से फर्स्टक्लास बच्चे ही समझा सकते हैं? उत्तर: यह ब्रह्मा ही श्रीकृष्ण बनते हैं। ब्रह्मा को […]Read More

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22-02-2018

22-02-2018 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन ”मीठे बच्चे – तुम ब्राह्मण अभी बहुत ऊंची यात्रा पर जा रहे हो, इसलिए तुम्हें डबल इंजन मिली है, दो बेहद के बाप हैं तो दो मां भी हैं” प्रश्न: संगमयुग पर कौन सा टाइटिल तुम बच्चे अपने ऊपर नहीं रखवा सकते? उत्तर: हिज होलीनेस वा हर होलीनेस का […]Read More

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21-02-2018

  21-02-2018 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन ”मीठे बच्चे – बाप से सर्व संबंधों का सुख लेना है तो और सबसे बुद्धि की प्रीत निकाल मामेकम् याद करो, यही मंजिल है” प्रश्न: तुम बच्चे इस समय कौन सा अच्छा कर्म करते हो, जिसके रिटर्न में साहूकार बन जाते हो? उत्तर: सबसे अच्छे से अच्छा कर्म […]Read More

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20-02-2018

20-02-2018 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन ”मीठे बच्चे – नर से नारायण बनने के लिए परफेक्ट ब्राह्मण बनो, सच्चा ब्राह्मण वह जिसमें कोई भी विकार रूपी दुश्मन न हो” प्रश्न: बाप का रिगार्ड किन बच्चों को प्राप्त होता है? समझदार कौन हैं? उत्तर: बाप का रिगार्ड उन्हें मिलता जो यज्ञ का हर एक कार्य रेसपान्सिबिलिटी […]Read More

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19-02-2018

19-02-2018 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन ”मीठे बच्चे – एक ईश्वर की मत ही श्रेष्ठ मत है, जिस मत पर चलने से ही तुम सच्चा सोना बनेंगे, बाकी सब मतें असत्य बनाने वाली हैं” प्रश्न: कौन सा पार्ट एक ज्ञान सागर बाप में भरा है, जो किसी मनुष्य-आत्मा में नहीं? उत्तर: बाबा कहते – मुझ […]Read More