31-05-2018 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – तुम्हारे पर माया का पूरा पहरा है इसलिए जरा भी ग़फलत न करो, देही-अभिमानी रहने की मेहनत करते रहो।” प्रश्नः- बाप के पास कौन-सा भण्डारा सदा भरपूर है? उस भण्डारे से स्वयं को भरपूर करने का साधन क्या है? उत्तर:- बाप के पास पवित्रता-सुख-शान्ति का भण्डारा […]Read More
30-05-2018 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – वारिस बनना है तो वारी जाओ अर्थात् सबसे नष्टोमोहा बनो। साकार बाप को पूरा-पूरा फालो करो।” प्रश्नः- पापों से बचने तथा अनेक आत्माओं की आशीर्वाद प्राप्त करने का साधन क्या है? उत्तर:- पापों से बचने के लिए तन-मन-धन सब कुछ बाप पर बलिहार कर दो, फिर […]Read More
29-05-2018 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – 20 नाखूनों का जोर दे पुरुषार्थ करो और बाप से पूरा वर्सा लो, धारणा कर दूसरों को कराओ” प्रश्नः- तुम बच्चों को किस बात का कदर हो तो बहुतों के कल्याण के निमित्त बन सकते हो? उत्तर:- बाप ने जो इतने सुन्दर-सुन्दर मैडल्स (बैज) बनवाये हैं… […]Read More
28-05-2018 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – बाप की मदद या पूरा वर्सा लेने के लिए सगे बच्चे बनो, सगे अर्थात् पूरा सन्यास कर पवित्रता की प्रतिज्ञा करने वाले” प्रश्नः- बाप फुल रहमदिल है – कैसे? कौन-सा रहम बच्चों पर सदा ही करते हैं? उत्तर:- कोई बच्चा कितना भी विघ्न डालता, माया के […]Read More
27-05-18 प्रात:मुरली ओम् शान्ति ”अव्यक्त-बापदादा” रिवाइज: 03-12-83 मधुबन संगमयुगी ब्राह्मणों का श्रेष्ठ भाग्य आज रत्नागर बाप अपने सौदागर बच्चों को देख रहे हैं। सौदा सभी बच्चों ने किया है। किससे सौदा किया और किन्होंने किया है? दुनिया के हिसाब से तो बहुत भोले बच्चे हैं लेकिन भोले बच्चों ने चतुर-सुजान बाप को जाना। तो भोले […]Read More
26-05-2018 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – आधाकल्प से माया ने तुम्हें श्रापित किया है, अब बाप तुम्हारे सब श्राप मिटाकर वर्सा देने आये हैं, तुम श्रीमत पर चलो तो वर्से के लायक बन जायेंगे।” प्रश्नः- देही-अभिमानी बनने का यथार्थ रहस्य तुम बच्चों ने क्या समझा है? उत्तर:- पुरानी दुनिया से मरकर बाप […]Read More
25-05-18 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “हे मीठे लाल-रात को जागकर मोस्ट बिलवेड बाप को याद करो, देही-अभिमानी बनो, श्रीमत कहती है बाप समान निरहंकारी बनो” प्रश्न:- शिवबाबा के साथ ब्रह्मा की मत बहुत नामीग्रामी है-क्यों? उत्तर:- क्योंकि ब्रह्मा बाबा शिवबाबा का एक ही मुरब्बी बच्चा है। इसे अपनी मत का अहंकार नहीं है। सदैव […]Read More
24-05-2018 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – देह सहित तुम्हारे पास जो कुछ भी है वह सब बलि चढ़ा दो फिर ट्रस्टी बन सम्भालो तो ममत्व निकल जायेगा” प्रश्नः- हरेक ब्राह्मण बच्चे को कौन-सी युक्ति जरूर सीखनी चाहिए? उत्तर:- सर्विस करने की युक्ति जरूर सीखो। शौक होना चाहिए कि कैसे सिद्ध कर बतायें […]Read More
23-05-2018 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – शिवबाबा निष्काम नम्बरवन ट्रस्टी है, उसे तुम अपना पुराना बैग-बैगेज ट्रान्सफर कर दो तो सतयुग में तुम्हें सब नया मिल जायेगा” प्रश्नः- बाप को किन बच्चों की हर प्रकार से सम्भाल करनी पड़ती है? उत्तर:- जो निश्चयबुद्धि बन अपना पूरा-पूरा समाचार बाप को देते हैं, बाप […]Read More
22-05-2018 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – ज्ञान के ठण्डे छींटे डाल तुम्हें हरेक को शीतल बनाना है, तुम हो ज्ञान बरसात करने वाली शीतल देवियाँ” प्रश्नः- बाप ने तुम्हें ज्ञान का कलष क्यों दिया है? उत्तर:- ज्ञान का कलष मिला है पहले स्वयं को शीतल बनाकर फिर सर्व को शीतल बनाने के […]Read More