30-04-2019 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन ”मीठे बच्चे – श्रीमत पर अच्छी सर्विस करने वालों को ही राजाई की प्राइज़ मिलती है, तुम बच्चे अभी बाप के मददगार बने हो इसलिए तुम्हें बहुत बड़ी प्राइज़ मिलती है” प्रश्नः- बाप की ज्ञान डांस किन बच्चों के सम्मुख बहुत अच्छी होती है? उत्तर:- जो ज्ञान के शौकीन […]Read More
29-04-2019 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन ”मीठे बच्चे – बाप को प्यार से याद करो तो तुम निहाल हो जायेंगे, नज़र से निहाल होना माना विश्व का मालिक बनना” प्रश्नः- नज़र से निहाल कींदा स्वामी सतगुरू…. इसका वास्तविक अर्थ क्या है? उत्तर:- आत्मा को बाप द्वारा जब तीसरी आंख मिलती है और उस आंख से […]Read More
28-04-19 प्रात:मुरली ओम् शान्ति ”अव्यक्त-बापदादा” रिवाइज: 19-11-84 मधुबन बेहद की वैराग्य वृत्ति से सिद्धियों की प्राप्ति आज विश्व रचयिता अपनी श्रेष्ठ रचना को वा रचना के पूर्वज आत्माओं को देख रहे हैं। चारों ओर की पूर्वज पूज्य आत्मायें बापदादा के सामने हैं। पूर्वज आत्माओं के आधार से विश्व की सर्व आत्माओं को शक्ति और शान्ति […]Read More
27-04-2019 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन ”मीठे बच्चे – गृहस्थ व्यवहार में रहते पारलौकिक बाप से पूरा वर्सा लेना है, तो अपना सब कुछ एक्सचेंज कर दो, यह बहुत बड़ा व्यापार है” प्रश्नः- ड्रामा का ज्ञान किस बात में तुम बच्चों को बहुत मदद करता है? उत्तर:- जब शरीर की कोई बीमारी आती है तो […]Read More
26-04-2019 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन ”मीठे बच्चे – बाप की याद में सदा हर्षित रहो, पुरानी देह का भान छोड़ते जाओ, क्योंकि तुम्हें योगबल से वायुमण्डल को शुद्ध करने की सेवा करनी है” प्रश्नः- स्कॉलरशिप लेने अथवा अपने आपको राजाई का तिलक देने के लिये कौन-सा पुरूषार्थ चाहिए? उत्तर:- राजाई का तिलक तब मिलेगा […]Read More
24-04-2019 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन ”मीठे बच्चे – तुम्हारा यह जीवन देवताओं से भी उत्तम है, क्योंकि तुम अभी रचयिता और रचना को यथार्थ जानकर आस्तिक बने हो” प्रश्नः- संगमयुगी ईश्वरीय परिवार की विशेषता क्या है, जो सारे कल्प में नहीं होगी? उत्तर:- इसी समय स्वयं ईश्वर बाप बनकर तुम बच्चों को सम्भालते हैं, […]Read More
22-04-2019 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन ‘मीठे बच्चे – यह सच्चा-सच्चा सत का संग है ऊपर चढ़ने का, तुम अभी सत बाप के संग में आये हो इसलिए झूठ संग में कभी नहीं जाना” प्रश्नः- तुम बच्चों की बुद्धि किस आधार पर सदा बेहद में टिक सकती है? उत्तर:- बुद्धि में स्वदर्शन चक्र फिरता रहे, […]Read More
21-04-19 प्रात:मुरली ओम् शान्ति ”अव्यक्त-बापदादा” रिवाइज: 26-08-84 मधुबन ”लक्ष्य प्रमाण सफलता प्राप्त करने के लिए स्वार्थ के बजाए सेवा अर्थ कार्य करो” आज त्रिमूर्ति मिलन देख रहे हैं। ज्ञान सूर्य, ज्ञान चन्द्रमा और ज्ञान सितारों का मिलन हो रहा है। यह त्रिमूर्ति मिलन इस ब्राह्मण संसार के विशेष मधुबन मण्डल में होता है। आकाश मण्डल […]Read More
20-04-2019 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन ”मीठे बच्चे – तुम आये हो बाप से हेल्थ, वेल्थ, हैपीनेस का वर्सा लेने, ईश्वरीय मत पर चलने से ही बाप का वर्सा मिलता है” प्रश्नः- बाप ने सभी बच्चों को विकल्प जीत बनने की युक्ति कौन-सी बताई है? उत्तर:- विकल्प जीत बनने के लिए अपने को आत्मा समझ […]Read More
17-04-2019 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन ”मीठे बच्चे – तुम सवेरे अमीर बनते हो, शाम को फ़कीर बनते हो। फ़कीर से अमीर, पतित से पावन बनने के लिये दो शब्द याद रखो – मन्मनाभव, मध्याजीभव” प्रश्नः- कर्मबन्धन से मुक्त होने की युक्ति क्या है? उत्तर:- 1. याद की यात्रा तथा ज्ञान का सिमरण, 2. एक […]Read More