27-09-2019 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – तुम सर्व आत्माओं को कर्मबन्धन से सैलवेज़ करने वाले सैलवेशन आर्मी हो, तुम्हें कर्म-बन्धन में नहीं फँसना है” प्रश्नः- कौन-सी प्रैक्टिस करते रहो तो आत्मा बहुत-बहुत शक्तिशाली बन जायेगी? उत्तर:- जब भी समय मिले तो शरीर से डिटैच होने की प्रैक्टिस करो। डिटैच होने से आत्मा […]Read More
26-09-2019 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – तुम बाप के पास आये हो अपने कैरेक्टर्स सुधारने, तुम्हें अभी दैवी कैरेक्टर्स बनाने हैं” प्रश्नः- तुम बच्चों को ऑखें बन्द करके बैठने की मना क्यों की जाती है? उत्तर:- क्योंकि नज़र से निहाल करने वाला बाप तुम्हारे सम्मुख है। अगर ऑखें बन्द होंगी तो निहाल […]Read More
25-09-2019 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – माया को वश करने का मंत्र है मन्मनाभव, इसी मंत्र में सब खूबियां समाई हुई हैं, यही मंत्र तुम्हें पवित्र बना देता है” प्रश्नः- आत्मा की सेफ्टी का नम्बरवन साधन कौन-सा है और कैसे? उत्तर:- याद की यात्रा ही सेफ्टी का नम्बरवन साधन है क्योंकि इस […]Read More
24-09-2019 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – योगबल से बुरे संस्कारों को परिवर्तन कर स्वयं में अच्छे संस्कार डालो। ज्ञान और पवित्रता के संस्कार अच्छे संस्कार हैं” प्रश्नः- तुम बच्चों का बर्थ राइट कौन-सा है? तुम्हें अभी कौन-सी फीलिंग आती है? उत्तर:- तुम्हारा बर्थ राइट है मुक्ति और जीवनमुक्ति। तुम्हें अब फीलिंग आती […]Read More
22-09-19 प्रात:मुरली ओम् शान्ति ”अव्यक्त-बापदादा” रिवाइज: 30-01-85 मधुबन माया जीत और प्रकृति जीत ही स्वराज्य-अधिकारी आज चारों ओर के राज्य अधिकारी बच्चों की राज्य दरबार देख रहे हैं। चारों ओर सिकीलधे, स्नेही बेहद के सेवाधारी अनन्य बच्चे हैं। ऐसे बच्चे अभी भी स्वराज्य अधिकारी राज्य दरबार में उपस्थित हैं। बापदादा ऐसे योग्य बच्चों को, सदा […]Read More
12-09-2019 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – अन्दर में दिन रात बाबा-बाबा चलता रहे तो अपार खुशी रहेगी, बुद्धि में रहेगा बाबा हमें कुबेर का खजाना देने आये हैं” प्रश्नः- बाबा किन बच्चों को ऑनेस्ट (ईमानदार) फूल कहते हैं? उनकी निशानी सुनाओ? उत्तर:- ऑनेस्ट फूल वह है जो कभी भी माया के वश […]Read More
11-09-2019 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – बेहद की स्कॉलरशिप लेनी है तो अभ्यास करो – एक बाप के सिवाए और कोई भी याद न आये” प्रश्नः- बाप का बनने के बाद भी यदि खुशी नहीं रहती है तो उसका कारण क्या है? उत्तर:- 1- बुद्धि में पूरा ज्ञान नहीं रहता। 2- बाप […]Read More
10-09-2019 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – तुम जितना समय बाप की याद में रहेंगे उतना समय कमाई ही कमाई है, याद से ही तुम बाप के समीप आते जायेंगे” प्रश्नः- जो बच्चे याद में नहीं रह सकते हैं, उन्हें किस बात में लज्जा आती है? उत्तर:- अपना चार्ट रखने में उन्हें लज्जा […]Read More
09-09-2019 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – ब्राह्मण हैं चोटी और शूद्र हैं पांव, जब शूद्र से ब्राह्मण बनें तब देवता बन सकेंगे” प्रश्नः- तुम्हारी शुभ भावना कौन-सी है, जिसका भी मनुष्य विरोध करते हैं? उत्तर:- तुम्हारी शुभ भावना है कि यह पुरानी दुनिया खत्म हो नई दुनिया स्थापन हो जाए इसके लिए […]Read More
08-09-19 प्रात:मुरली ओम् शान्ति ”अव्यक्त-बापदादा” रिवाइज: 23-01-85 मधुबन दिव्य जन्म की गिफ्ट – दिव्य नेत्र आज त्रिकालदर्शी बाप अपने त्रिकालदर्शी, त्रिनेत्री बच्चों को देख रहे हैं। बापदादा, दिव्य बुद्धि और दिव्य नेत्र जिसको तीसरा नेत्र भी कहते हैं, वह नेत्र कहाँ तक स्पष्ट और शक्तिशाली है, हर एक बच्चे के दिव्य नेत्र के शक्ति की […]Read More