30-06-2020 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे-तुम अभी पुजारी से पूज्य बन रहे हो, पूज्य बाप आये हैं तुम्हें आप समान पूज्य बनाने” प्रश्नः- तुम बच्चों के अन्दर कौन-सा दृढ़ विश्वास है? उत्तर:- तुम्हें दृढ़ विश्वास है कि हम जीते जी बाप से पूरा वर्सा लेकर ही छोड़ेंगे। बाबा की याद में यह पुराना […]Read More
29-06-2020 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – भविष्य ऊंच घराने में आने का आधार है पढ़ाई, इस पढ़ाई से ही तुम बेगर टू प्रिन्स बन सकते हो” प्रश्नः- गोल्डन स्पून इन माउथ दो प्रकार से प्राप्त हो सकता है, कैसे? उत्तर:- एक भक्ति में दान-पुण्य करने से, दूसरा, ज्ञान में पढ़ाई से। भक्ति […]Read More
28-06-20 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “अव्यक्त-बापदादा” रिवाइज: 18-02-86 मधुबन निरन्तर सेवाधारी तथा निरन्तर योगी बनो आज ज्ञान सागर बाप अपनी ज्ञान गंगाओं को देख रहे हैं। ज्ञान सागर से निकली हुई ज्ञान गंगायें कैसे और कहाँ-कहाँ से पावन करते हुए इस समय सागर और गंगा का मिलन मना रहीं हैं। यह गंगा सागर का मेला है, […]Read More
27-06-2020 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – अब तुम नये सम्बन्ध में जा रहे हो, इसलिए यहाँ के कर्मबन्धनी सम्बन्धों को भूल, कर्मातीत बनने का पुरूषार्थ करो” प्रश्नः- बाप किन बच्चों की वाह-वाह करते हैं? सबसे अधिक प्यार किन्हों को देते हैं? उत्तर:- बाबा गरीब बच्चों की वाह-वाह करते हैं, वाह गरीबी वाह! […]Read More
26-06-2020 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – तुम अभी श्रीमत पर साइलेन्स की अति में जाते हो, तुम्हें बाप से शान्ति का वर्सा मिलता है, शान्ति में सब कुछ आ जाता है” प्रश्नः- नई दुनिया की स्थापना का मुख्य आधार क्या है? उत्तर:- पवित्रता। बाप जब ब्रह्मा तन में आकर नई दुनिया स्थापन […]Read More
25-06-2020 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – बेहद के सुखों के लिए तुम्हें बेहद की नॉलेज मिलती है, तुम फिर से राजयोग की शिक्षा से राजाई ले रहे हो” प्रश्नः- तुम्हारा ईश्वरीय कुटुम्ब किस बात में बिल्कुल ही निराला है? उत्तर:- इस ईश्वरीय कुटुम्ब में कोई एक रोज़ का बच्चा है, कोई 8 […]Read More
24-06-20 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “मातेश्वरी” रिवाइज: 26-04-65 मधुबन गीत:- जाने न नज़र, पहचाने जिगर… “आप आत्मायें जब स्वच्छ बनो तब यह संसार सुखदाई बनें, दु:खों का कारण – 5 विकारों के वशीभूत होकर किये गये कर्म” (मातेश्वरी जी के अनमोल महावाक्य) गीत:- जाने न नज़र, पहचाने जिगर… अपने बेहद बाप की महिमा सुनी। कॉमन मनुष्य की […]Read More
23-06-2020 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – बाप आये हैं तुम्हें ज्ञान से शुद्ध खुशबूदार फूल बनाने, तुम्हें कांटा नहीं बनना है, कांटों को इस सभा में नहीं लाना है” प्रश्नः- जो बच्चे याद की यात्रा में मेहनत करते हैं उनकी निशानी क्या होगी? उत्तर:- याद की मेहनत करने वाले बच्चे बहुत खुशी […]Read More
22-06-2020 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – अपनी उन्नति के लिए रोज़ रात को सोने के पहले अपना पोतामेल देखो, चेक करो-हमने सारे दिन में कोई को दु:ख तो नहीं दिया?” प्रश्नः- महान सौभाग्यशाली बच्चों में कौन-सी बहादुरी होगी? उत्तर:- जो महान सौभाग्यशाली हैं वह स्त्री-पुरूष साथ में रहते भाई-भाई होकर रहेंगे। स्त्री-पुरूष […]Read More
21-06-20 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “अव्यक्त-बापदादा” रिवाइज: 16-02-86 मधुबन गोल्डन जुबली का गोल्डन संकल्प आज भाग्य विधाता बाप अपने चारों ओर के पदमापदम भाग्यवान बच्चों को देख रहे हैं। हर एक बच्चे के मस्तक पर भाग्य का चमकता हुआ सितारा देख हर्षित हो रहे हैं। सारे कल्प में ऐसा कोई बाप हो नहीं सकता जिसके इतने […]Read More