13-11-2020 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – यह भूल-भुलैया का खेल है, तुम घड़ी-घड़ी बाप को भूल जाते हो, निश्चयबुद्धि बनो तो इस खेल में फसेंगे नहीं” प्रश्नः- कयामत के समय को देखते हुए तुम बच्चों का कर्तव्य क्या है? उत्तर:- तुम्हारा कर्तव्य है – अपनी पढ़ाई में अच्छी रीति लग जाना, और […]Read More
10-11-2020 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – आत्मा को सतोप्रधान बनाने का फुरना (फा) रखो, कोई भी खामी (कमी) रह न जाए, माया ग़फलत न करा दे” प्रश्नः- तुम बच्चों के मुख से कौन से शुभ बोल सदा निकलने चाहिए? उत्तर:- सदा मुख से यही शुभ बोल बोलो कि हम नर से नारायण […]Read More
08-11-20 प्रात:मुरली ओम् शान्ति” अव्यक्त-बापदादा” रिवाइज: 01-10-87 मधुबन ईश्वरीय स्नेह – जीवन परिवर्तन का फाउण्डेशन है आज स्नेह के सागर अपने स्नेही बच्चों से मिलने आये हैं। बाप और बच्चों का स्नेह विश्व को स्नेह सूत्र में बांध रहा है। जब स्नेह के सागर और स्नेह सम्पन्न नदियों का मेल होता है तो स्नेह-भरी नदी […]Read More
07-11-2020 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – सबको यह खुशखबरी सुनाओ कि अब डीटी डिनायस्टी स्थापन हो रही है, जब वाइसलेस वर्ल्ड होगी तब बाकी सब विनाश हो जायेंगे” प्रश्नः- रावण का श्राप कब मिलता है, श्रापित होने की निशानी क्या है? उत्तर:- जब तुम देह-अभिमानी बनते हो तब रावण का श्राप मिल […]Read More
05-11-2020 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – बाप आये हैं तुम बच्चों को शान्ति और सुख का वर्सा देने, तुम्हारा स्वधर्म ही शान्त है, इसलिए तुम शान्ति के लिए भटकते नहीं हो।” प्रश्नः- अभी तुम बच्चे 21 जन्मों के लिए अखुट खजानों में वज़न करने योग्य बनते हो – क्यों? उत्तर:- क्योंकि बाप […]Read More
04-11-2020 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – तुम्हें सदैव याद की फाँसी पर चढ़े रहना है, याद से ही आत्मा सच्चा सोना बनेगी” प्रश्नः- कौन-सा बल क्रिमिनल आंखों को फौरन ही बदल देता है? उत्तर:- ज्ञान के तीसरे नेत्र का बल जब आत्मा में आ जाता है तो क्रिमिनलपन समाप्त हो जाता है। […]Read More
03-11-2020 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – तुम ही सच्चे अलौकिक जादूगर हो, तुम्हें मनुष्य को देवता बनाने का जादू दिखाना है” प्रश्नः- अच्छे पुरूषार्थी स्टूडेन्ट की निशानी क्या होगी? उत्तर:- वह पास विद् ऑनर होने का अर्थात् विजय माला में आने का लक्ष्य रखेंगे। उनकी बुद्धि में एक बाप की ही याद […]Read More
02-11-2020 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – यह पुरुषोत्तम संगमयुग है, पुरानी दुनिया बदल अब नई बन रही है, तुम्हें अब पुरूषार्थ कर उत्तम देव पद पाना है” प्रश्नः- सर्विसएबुल बच्चों की बुद्धि में कौन-सी बात सदैव याद रहती है? उत्तर:- उन्हें याद रहता कि धन दिये धन ना खुटे….. इसलिए वह रात-दिन […]Read More
01-11-20 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “अव्यक्त-बापदादा” रिवाइज: 11-04-86 मधुबन श्रेष्ठ तकदीर की तस्वीर बनाने की युक्ति आज तकदीर बनाने वाले बापदादा सभी बच्चों की श्रेष्ठ तकदीर की तस्वीर देख रहे हैं। तकदीर-वान सभी बने हैं, लेकिन हर एक के तकदीर के तस्वीर की झलक अपनी-अपनी है। जैसे कोई भी तस्वीर बनाने वाले तस्वीर बनाते हैं तो […]Read More