31-01-21 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “अव्यक्त-बापदादा” रिवाइज: 25-10-87 मधुबन चार बातों से न्यारे बनो आज बापदादा अपने सर्व कमल-आसनधारी श्रेष्ठ बच्चों को देख रहे हैं। कमल-आसन ब्राह्मण आत्माओं की श्रेष्ठ स्थिति की निशानी है। आसन स्थित होने का (बैठने का) साधन है। ब्राह्मण आत्मायें कमल-स्थिति में स्थित रहती, इसलिए कमल-आसनधारी कहलाती हैं। जैसे ब्राह्मण सो देवता […]Read More
30-01-2021 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – तुम्हारी याद की यात्रा बिल्कुल ही गुप्त है, तुम बच्चे अभी मुक्तिधाम में जाने की यात्रा कर रहे हो” प्रश्नः- स्थूलवतन वासी से सूक्ष्मवतन वासी फरिश्ता बनने का पुरुषार्थ क्या है? उत्तर:- सूक्ष्मवतनवासी फरिश्ता बनना है तो रूहानी सर्विस में हड्डी-हड्डी स्वाहा करो। बिना हड्डी स्वाहा […]Read More
29-01-2021 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – ग्रेट ग्रेट ग्रैण्ड फादर अर्थात् सर्व धर्म पिताओं का भी आदि पिता है प्रजापिता ब्रह्मा, जिसके आक्यूपेशन को तुम बच्चे ही जानते हो” प्रश्नः- कर्मों को श्रेष्ठ बनाने की युक्ति क्या है? उत्तर:- इस जन्म का कोई भी कर्म बाप से छिपाओ नहीं, श्रीमत के अनुसार […]Read More
28-01-2021 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – कभी भी मिथ्या अहंकार में नहीं आओ, इस रथ का भी पूरा-पूरा रिगार्ड रखो” प्रश्नः- तुम बच्चों में पदमापदम भाग्यशाली कौन और दुर्भाग्यशाली कौन? उत्तर:- जिनकी चलन देवताओं जैसी है, जो सबको सुख देते हैं वह हैं पदमापदम भाग्यशाली और जो फेल हो जाते हैं उनको […]Read More
27-01-2021 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – कभी भी अपने हाथ में लॉ नहीं उठाओ, यदि किसी की भूल हो तो बाप को रिपोर्ट करो, बाप सावधानी देंगे” प्रश्नः- बाप ने कौन सा कान्ट्रैक्ट (ठेका) उठाया है? उत्तर:- बच्चों के अवगुण निकालने का कान्ट्रैक्ट एक बाप ने ही उठाया है। बच्चों की खामियां […]Read More
24-01-21 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “अव्यक्त-बापदादा” रिवाइज: 17-10-87 मधुबन ब्राह्मण जीवन का श्रृंगार – ‘पवित्रता’ आज बापदादा अपने विश्व के चारों ओर के विशेष होवनहार पूज्य बच्चों को देख रहे हैं। सारे विश्व में से कितने थोड़े अमूल्य रत्न पूजनीय बने हैं! पूजनीय आत्मायें ही विश्व के लिए विशेष जहान के नूर बन जाते हैं। जैसे […]Read More
23-01-2021 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – कदम-कदम पर श्रीमत पर चलते रहो, यह ब्रह्मा की मत है या शिवबाबा की, इसमें मूँझो नहीं” प्रश्नः- अच्छी ब्रेन वाले बच्चे कौन सी गुह्य बात सहज ही समझ सकते हैं? उत्तर:- ब्रह्मा बाबा समझा रहे हैं या शिवबाबा – यह बात अच्छी ब्रेन वाले सहज […]Read More
22-01-2021 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – तुम बाप के पास आये हो रिफ्रेश होने, बाप और वर्से को याद करो तो सदा रिफ्रेश रहेंगे” प्रश्नः- समझदार बच्चों की मुख्य निशानी क्या होगी? उत्तर:- जो समझदार हैं उन्हें अपार खुशी होगी। अगर खुशी नहीं तो बुद्धू हैं। समझदार अर्थात् पारसबुद्धि बनने वाले। वह […]Read More
20-01-2021 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – सारे कल्प का यह है सर्वोत्तम कल्याणकारी संगमयुग, इसमें तुम बच्चे याद की सैक्रीन से सतोप्रधान बनते हो” प्रश्नः- अनेक प्रकार के प्रश्नों की उत्पत्ति का कारण तथा उन सबका निवारण क्या है? उत्तर:- जब देह-अभिमान में आते हो तो संशय पैदा होता है और संशय […]Read More
18-01-21 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “मातेश्वरी” रिवाइज: 18-01-21 मधुबन 18 जनवरी , पिताश्री जी के पुण्य स्मृति दिवस पर प्रात : क्लास में सुनाने के लिए – बापदादा के अनमोल महावाक्य “ मीठे बच्चे – एक बाप की याद से तुम्हें सुप्रीम बनना है तो भूले – चूके भी किसी और को याद नहीं करना ” ओम् शान्ति। बेहद का बाप बैठ बच्चों को समझाते हैं – मीठे बच्चे अपने को आत्मा समझ मुझ बाप को याद करो और अपने घर को याद करो। उनको कहा ही जाता है टावर ऑफ साइलेन्स। टावर ऑफ सुख। टावर बहुत ऊंचा होता है। तुम वहाँ जाने […]Read More