23-05-21 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “अव्यक्त-बापदादा” रिवाइज: 06-01-88 मधुबन दिल के ज्ञानी तथा स्नेही बनो और लीकेज को बन्द करो आज स्नेह के सागर बापदादा अपने स्नेही बच्चों से मिलने के लिए आये हैं। यह रूहानी स्नेह, परमात्म-स्नेह नि:स्वार्थ सच्चा स्नेह है। सच्चे दिल का स्नेह आप सर्व आत्माओं को सारा कल्प स्नेही बना देता है […]Read More
22-05-2021 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – अपना सब कुछ ईश्वरीय सेवा में सफल कर भविष्य बना लो क्योंकि मौत सिर पर है” प्रश्नः- ज्ञान सुनते हुए भी बच्चों में उसकी धारणा क्यों नहीं होती है? उत्तर:- क्योंकि विचार सागर मंथन करना नहीं आता है। बुद्धियोग देह और देह के सम्बंधों में लटका […]Read More
20-05-2021 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – इस पुरानी दुनिया वा देहधारियों से कभी दिल नहीं लगाना, दिल लगाई तो नसीब फूट जायेगा” प्रश्नः- बाप ने बच्चों को इस नाटक का कौन सा गुह्य राज़ सुनाया है? उत्तर:- बच्चे – अभी यह नाटक खत्म होने वाला है इसलिए सभी आत्माओं को यहाँ हाज़िर […]Read More
19-05-2021 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – तुम बाप के पास आये हो अपनी ऊंच तकदीर बनाने, जितना श्रीमत पर चलेंगे उतना ऊंच तकदीर बनेगी” प्रश्नः- भक्ति की कौन सी आदत अभी तुम बच्चों में नहीं होनी चाहिए? उत्तर:- भक्ति में थोड़ा दु:ख होगा, बीमारी होगी तो कहेंगे हे राम, हे भगवान, हाय-हाय […]Read More
18-05-2021 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – कालों का काल बाबा आया है, तुम्हें काल पर जीत प्राप्त कराने, मनमनाभव के मन्त्र से ही तुम काल पर जीत पायेंगे” प्रश्नः- रूहानी बाप तुम रूहानी यात्रियों को कौन सी एक विशेष शिक्षा देते हैं? उत्तर:- हे रूहानी यात्री – तुम देह-अभिमान छोड़ देही-अभिमानी बनो। […]Read More
17-05-2021 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – बाबा आये हैं, आप बच्चों को अपने समान महिमा लायक बनाने, बाप की जो महिमा है वह अभी तुम धारण करते हो” प्रश्नः- भक्तिमार्ग में परमात्मा माशुक को पूरा न जानते भी कौन से शब्द बहुत प्यार से बोलते और याद करते हैं? उत्तर:- बहुत प्यार […]Read More
16-05-21 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “अव्यक्त-बापदादा” रिवाइज: 31-12-87 मधुबन नया वर्ष – बाप समान बनने का वर्ष आज त्रिमूर्ति बाप तीन संगम देख रहे हैं। एक है बाप और बच्चों का संगम, दूसरा है यह युग संगम, तीसरा है आज वर्ष का संगम। तीनों ही संगम अपनी-अपनी विशेषता का है। हर एक संगम, परिवर्तन होने की […]Read More
15-05-2021 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – तुम यहाँ आये हो सेल्फ रियलाइज़ करने, तुम अपने को आत्मा समझ परमात्मा बाप से सुनो, देही-अभिमानी रहने का अभ्यास करो” प्रश्नः- कई बार बच्चों से कोई-कोई पूछते हैं कि तुमने आत्मा का साक्षात्कार किया है, तो तुम उन्हें कौन सा उत्तर दो? उत्तर:- बोलो हाँ, […]Read More
14-05-2021 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – अभी तुम शूद्र घराने से निकल ब्राह्मण घराने में आये हो, बाप ने ब्रह्मा मुख से तुम्हें एडाप्ट किया है – तो इसी खुशी में रहो” प्रश्नः- कौन सा गुह्य राज़, ब्राह्मण कुल वाले बच्चे ही समझ सकते हैं? उत्तर:- निराकार शिवबाबा हमारा पिता है और […]Read More
13-05-2021 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – तुम ब्रह्मा मुख वंशावली ब्राह्मण हो, तुम्हें ही बाप द्वारा ज्ञान का तीसरा नेत्र मिला है, तुम अभी ईश्वरीय गोद में हो” प्रश्नः- अद्वैत राज्य, जहाँ दूसरा कोई धर्म नहीं, उस राज्य की स्थापना का आधार क्या है? उत्तर:- योगबल। बाहुबल से कभी भी अद्वैत राज्य […]Read More