15/01/18 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन मीठे बच्चे – यही संगमयुग है जब आत्मा और परमात्मा का संगम (मेल) होता है, सतगुरू एक ही बार आकर बच्चों को सत्य ज्ञान दे, सत्य बोलना सिखाते हैं” प्रश्न: किन बच्चों की अवस्था बहुत फर्स्टक्लास रहती है? उत्तर: जिनकी बुद्धि में रहता यह सब कुछ बाबा का है। […]Read More
Weekly Murli
14-01-18 प्रात:मुरलीओम् शान्ति”अव्यक्त-बापदादा” रिवाइज: 19-04-83 मधुबन संगमयुग का प्रभु फल खाने से सर्व प्राप्तियाँ आज बापदादा अपने सर्व स्नेही बच्चों को स्नेह का रिटर्न देने, मिलन मनाने, स्नेह का प्रत्यक्षफल, स्नेह की भावना का श्रेष्ठ फल देने के लिए बच्चों के संगठन में आये हैं। भक्ति में भी स्नेह और भावना भक्त-आत्मा के रूप में […]Read More
13/01/18 प्रात:मुरलीओम् शान्ति”बापदादा”‘ मधुबन ”मीठे बच्चे – पवित्रता बिना भारत स्वर्ग बन नहीं सकता, तुम्हें श्रीमत है घर गृहस्थ में रहते पवित्र बनो, दोनों तरफ तोड़ निभाओ” प्रश्न: दूसरे सतसंगों वा आश्रमों से यहाँ की कौन सी रसम बिल्कुल न्यारी है? उत्तर: उन आश्रमों में मनुष्य जाकर रहते हैं समझते हैं – संग अच्छा है, […]Read More
12/01/18 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – बाप की दुआयें लेनी हैं तो हर कदम श्रीमत पर चलो, चाल-चलन अच्छी रखो” प्रश्न: शिवबाबा की दिल पर कौन चढ़ सकता है? उत्तर: जिनकी गैरन्टी ब्रह्मा बाबा लेता कि यह बच्चा सर्विसएबुल है, यह सबको सुख देता है। मन्सा, वाचा, कर्मणा किसी को दु:ख नहीं […]Read More
11/01/18 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – तुम पीस स्थापन करने के निमित्त हो, इसलिए बहुत-बहुत पीस में रहना है, बुद्धि में रहे कि हम बाप के एडाप्टेड बच्चे आपस में भाई-बहन हैं” प्रश्न: पूरा सरेण्डर किसे कहेंगे, उनकी निशानी क्या होगी? उत्तर: पूरा सरेण्डर वह, जिनकी बुद्धि में रहता कि हम ईश्वरीय […]Read More
10/01/18 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन ”मीठे बच्चे – साकार शरीर को याद करना भी भूत अभिमानी बनना है, क्योंकि शरीर 5 भूतों का है, तुम्हें तो देही-अभिमानी बन एक विदेही बाप को याद करना है” प्रश्न: सबसे सर्वोत्तम कार्य कौन सा है जो बाप ही करते हैं? उत्तर: सारी तमोप्रधान सृष्टि को सतोप्रधान सदा […]Read More
09/01/18 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – तुम इस पाठशाला में आये हो अपनी ऊंची तकदीर बनाने, तुम्हें निराकार बाप से पढ़कर राजाओं का राजा बनना है” प्रश्न: कई बच्चे हैं भाग्यशाली लेकिन बन जाते हैं दुर्भाग्यशाली कैसे? उत्तर: वह बच्चे भाग्यशाली हैं – जिन्हें कोई भी कर्मबन्धन नहीं है अर्थात् कर्म बन्धनमुक्त […]Read More
08/01/18 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – जितना-जितना दूसरों को ज्ञान सुनायेंगे उतना तुम्हारी बुद्धि में ज्ञान रिफाइन होता जायेगा, इसलिए सर्विस जरूर करनी है” प्रश्न: बाप के पास दो प्रकार के बच्चे कौन से हैं, उन दोनों में अन्तर क्या है? उत्तर: बाप के पास एक हैं लगे (सौतेले) बच्चे, दूसरे हैं […]Read More
05/01/18 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – यहाँ तुम्हें सुख-दु:ख, मान-अपमान.. सब सहन करना है, पुरानी दुनिया के सुखों से बुद्धि हटा देनी है, अपनी मत पर नहीं चलना है” प्रश्न: देवताई जन्म से भी यह जन्म बहुत अच्छा है, कैसे? उत्तर: इस जन्म में तुम बच्चे शिवबाबा के भण्डारे से खाते हो। […]Read More
06/01/18 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – अभी तुम्हारी काया बिल्कुल पुरानी हो गई है, बाप आये हैं तुम्हारी काया कल्प वृक्ष समान बनाने, तुम आधाकल्प के लिए अमर बनते हो” प्रश्न: इस वन्डरफुल नाटक में कौन सी बात बहुत ही समझने की है? उत्तर: इस नाटक में जो भी एक्टर्स (पार्टधारी) हैं […]Read More
Categories
- 00 Aaj Ki Murli
- 00 imp
- 00 Weekly Murli
- Biodata
- Biodata
- bk wings programme
- bkshivani
- bkvalues
- Bkvarta Videos
- bkweblinks
- bkwings
- bkwings
- Fashion
- Food
- Gallery
- Health
- India Centers
- Lifestyle
- Newsflash
- Sports
- Tech
- Travel
- Uncategorised
- Uncategorized
- Vichar Pushpa
- video
- world important days
- world important days
- World Varta
- अन्य ख़बरे
- आगामी कार्यक्रम APPS
- आज की मुरली APPS
- आर्टिकल बँक New
- उद्घोषणा APPS
- ऑनलाईन मेगेजीन
- गुजराती ज्ञानामत
- जीवनपरिवर्तन लेखमाला
- परिसर परिचय
- प्रमुख समाचार
- प्रमुख समाचार APPS
- बीके ज़ोन
- बीकेवार्ता – एप्स
- बीकेवार्ता सम्माननिय पाठक संख्या
- ब्रहमाकुमारीज राजयोग
- ब्रह्माकुमारीज् प्रभाग
- महत्वपूर्ण खबरे
- राजयोग गीता प्रवचन
- राजयोग गीता प्रवचन
- विचारपुष्प APPS
- संग्रहित समाचार
- संग्रहीत समाचार APPS
- सम्पर्क APPS
- सेवा समाचार २०२३
- सेवाकेंद्र का पता APPS
- हमारे संदर्भमें