21-05-2018 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – आत्म-अभिमानी भव, एक बाप की श्रीमत पर चलते रहो, तुम्हारा ऊंच कुल है, तुम स्वदर्शन चक्रधारी बनो” प्रश्नः- शिव शक्ति पाण्डव सेना प्रति बाप का डायरेक्शन कौन-सा है? उत्तर:- बाप का डायरेक्शन है – श्रीमत पर चल तुम इस भारत का बेड़ा पार करो। सर्व धर्मान् […]Read More
20-05-18 प्रात:मुरली ओम् शान्ति ”अव्यक्त-बापदादा” रिवाइज: 01-12-83 मधुबन सुख, शान्ति और पवित्रता के तीन अधिकार आज बापदादा अति स्नेही और सिकीलधे बच्चों को देख रहे हैं। हर एक बच्चा अति स्नेह से मिलन मनाने अपने घर में पहुँच गये हैं। इसी भूमि को कहा जाता है अपना घर, दाता का दर। यह महिमा इसी स्वीट […]Read More
19-05-2018 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – प्योरिटी बिगर मनुष्य कोई काम का नहीं इसलिए तुम्हें पवित्र बन दूसरों को पवित्र बनाने में मदद करना है” प्रश्नः- किस निश्चय के बिगर खाना आबाद होने के बजाए बरबाद हो जाता है? उत्तर:- अगर निश्चय नहीं है कि मोस्ट बिलवेड बाप हमें पढ़ा रहे हैं, […]Read More
18-05-2018 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – कभी जिस्म (साकार शरीर) को याद नहीं करना है, ऑखों से भल इन्हें देखते हो परन्तु याद सुप्रीम टीचर शिवबाबा को करना है” प्रश्नः- तुम बच्चे किस एक कायदे को जानने के कारण हार-फूल अभी स्वीकार नहीं कर सकते? उत्तर:- हम जानते हैं कि जिनकी आत्मा […]Read More
16-05-2018 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – अपनी उन्नति के लिए अमृतवेले उठ बाप को याद करो, सवेरे का समय कमाई के लिए बहुत-बहुत अच्छा है” प्रश्नः- सदा सलामत रहने का आधार क्या है? सदा सलामत किसे कहेंगे? उत्तर:- बाप की श्रीमत ही सदा सलामत बनाती है। कभी भी कोई दु:ख और तकल़ीफ […]Read More
15-05-2018 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – सपूत बन श्रीमत पर चल मात-पिता की आशीर्वाद ले आगे बढ़ते रहो, आशीर्वाद लेने में कभी भूल नहीं करना” प्रश्नः- बाप बच्चों को कौन सा शुभ मार्ग बतलाते हैं, जो कोई भी मनुष्य नहीं बतला सकते? उत्तर:- पतित से पावन बनने का। मुक्ति-जीवनमुक्ति प्राप्त करने का […]Read More
14-05-2018 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – सच्ची शान्ति की अनुभूति करने के लिए इस शरीर से डिटैच हो जाओ, जब चाहो शरीर रूपी बाजा बजाओ और जब चाहो इससे न्यारे हो जाओ” प्रश्नः- प्यार के सागर शिवबाबा के प्यार की कमाल कौन सी है? उत्तर:- प्यार का सागर शिवबाबा बच्चों को प्यार […]Read More
13-05-18 प्रात:मुरली ओम् शान्ति ”अव्यक्त-बापदादा” रिवाइज: 10-11-83 मधुबन मुख्य भाई-बहनों की मीटिंग के समय अव्यक्त बापदादा के उच्चारे हुए मधुर अनमोल महावाक्य आज सर्व शक्तियों का सागर बाप शक्ति सेना को देख रहे हैं। हर एक के मस्तक बीच त्रिशूल अर्थात् त्रिमूर्ति स्मृति की स्पष्ट निशानी दिखाई देती है। शक्ति की निशानी त्रिशूल दिखाते हैं। […]Read More
12-05-2018 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – मात-पिता को पूरा-पूरा फालो कर सपूत बनो, याद और श्रीमत के आधार पर ही बाप के तख्तनशीन बनेंगे।” प्रश्नः किस पुरुषार्थ से सेकण्ड में जीवन्मुक्ति प्राप्त हो सकती है? उत्तर:- पुरुषार्थ करो अन्तकाल में एक बाप के सिवाए दूसरा कोई भी याद न आये। इसके लिए […]Read More
11-05-2018 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – तुम्हें अन्त तक यह मीठी नॉलेज सुनते रहना है जब तक जीना है – पढ़ना और योग सीखना है” प्रश्नः बाप के साथ-साथ तुम बच्चे किस सेवा के निमित्त बने हुए हो? उत्तर:- जैसे बाप सारे विश्व को लिबरेट करते हैं, सब पर ब्लिस करते हैं, […]Read More