09-06-2018 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – मुख में मुहलरा डाल लो अर्थात् अपने शान्ति स्वधर्म में स्थित हो जाओ तो माया कुछ भी कर नहीं सकती” प्रश्नः- एक शिवबाबा ही भोलानाथ है, दूसरा कोई भी भोलानाथ नहीं हो सकता – क्यों? उत्तर:- क्योंकि एक शिवबाबा ही है, जिसे अपने लिए कोई भी […]Read More
08-06-2018 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – तुम्हें बापदादा की श्रीमत के डायरेक्शन पर चल देही-अभिमानी बनना है, चित्र को देखते हुए भी विचित्र बाप को याद करना है” प्रश्नः- किस एक बलिहारी के कारण तुम बच्चे लकी स्टार्स गाये हुए हो? उत्तर:- पवित्रता की बलिहारी के कारण। तुम इस अन्तिम जन्म में […]Read More
07-06-2018 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे-साइलेन्स के आधार पर तुम विश्व में एक धर्म, एक राज्य की स्थापना करते हो – यह है साइलेन्स का घमन्ड” प्रश्नः- सारी दुनिया अपने आपको श्रापित कैसे करती और बच्चे कैसे करते? उत्तर:- सारी दुनिया भगवान को सर्वव्यापी कह अपने आपको श्रापित करती और बच्चे बाबा-बाबा कह […]Read More
06-06-2018 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे- सोई हुई तकदीर को जगाने का साधन है पढ़ाई, यह पढ़ाई ही सोर्स आफ इन्कम है, जिससे 21 जन्मों के लिए तकदीर जग जाती है” प्रश्नः- इस रूहानी कॉलेज की एक विशेषता सुनाओ जो दुनिया में किसी कॉलेज की नहीं हो सकती? उत्तर:- यही एक कॉलेज है […]Read More
05-06-2018 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – तुम्हारा है सतोप्रधान सन्यास, तुम देह सहित इस सारी पुरानी दुनिया को बुद्धि से भूलते हो” प्रश्नः- तुम ब्राह्मण बच्चों पर कौन सी जवाबदारी बहुत बड़ी है? उत्तर:- तुम्हारे पर जवाबदारी है पावन बनकर सारे विश्व को पावन बनाने की। इसके लिए तुम्हें निरन्तर शिवबाबा को […]Read More
04-06-2018 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – गृहस्थ व्यवहार सम्भालते हुए पढ़ाई का कोर्स उठाओ, यह देवी-देवता बनने का कॉलेज है, तुम्हें भगवान-भगवती (देवी-देवता) बनना है” प्रश्नः- शिवबाबा की बलिहारी किस कर्त्तव्य के कारण गाई हुई है? उत्तर:- शिवबाबा सभी बच्चों को वर्थ नाट पेनी से वर्थ पाउण्ड बनाते हैं। तमोप्रधान से सतोप्रधान, […]Read More
03-06-18 प्रात:मुरली ओम् शान्ति ”अव्यक्त-बापदादा” रिवाइज: 05-12-83 मधुबन संगमयुग – बाप बच्चों के मिलन का युग आज सभी मिलन मेला मनाने के लिए पहुँच गये हैं। यह है ही बाप और बच्चों के मधुर मिलन का मेला। जिस मिलन मेले के लिए अनेक आत्मायें, अनेक प्रकार के प्रयत्न करते हुए भी बेअन्त, असम्भव वा मुश्किल […]Read More
02-06-2018 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन मीठे बच्चे – “मोस्ट स्वीटेस्ट बाप इस कडुवी दुनिया को बदल स्वीट बनाते हैं, तुम्हें भी स्वीट बाप और वर्से को याद कर मोस्ट स्वीटेस्ट बनना है” प्रश्नः- स्वयं को परफेक्ट बनाने की कौन-कौन सी युक्तियां बाप ने सुनाई हैं? उत्तर:- स्वयं को परफेक्ट बनाना है तो ईमानदारी से […]Read More
01-06-2018 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – अशरीरी बनने की ड्रिल नम्बरवन ड्रिल है, इससे वायुमण्डल में सन्नाटा छा जाता है, बाप का डायरेक्शन है – इसी ड्रिल का अभ्यास करो” प्रश्नः- दुनिया के अनेक विघ्नों के बीच में रहते हुए एकरस और खुशी में कौन रह सकते हैं? उत्तर:- जो किसी भी […]Read More