10-07-2018 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन ”मीठे बच्चे – शिवबाबा का चित्र एक कोठरी में रख दो, घड़ी-घड़ी जाकर उसके सामने बैठ बातें करो, तो सारा दिन याद बनी रहेगी” प्रश्नः- नया और अनोखा प्यार कौनसा है, जिसकी अनुभूति केवल संगम पर ही होती है? उत्तर:- विचित्र बाप के साथ प्यार करना – यह […]Read More
08-07-18 प्रात:मुरली ओम् शान्ति ”अव्यक्त-बापदादा” रिवाइज: 19-12-83 मधुबन परमात्म प्यार – नि:स्वार्थ प्यार आज स्नेह के सागर बाप अपने स्नेही बच्चों को देख रहे हैं। स्नेही सब बच्चे हैं फिर भी नम्बरवार हैं। एक हैं स्नेह करने वाले। दूसरे हैं स्नेह निभाने वाले। तीसरे हैं सदा स्नेह स्वरूप बन स्नेह के सागर में समाए हुए, […]Read More
09-07-2018 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन ”मीठे बच्चे – तुम इस रूहानी युनिवर्सिटी में आये हो बुद्धू से बुद्धिवान बनने , बुद्धिवान अर्थात् पवित्र , पवित्र बनने की पढ़ाई तुम अभी पढ़ते हो ” प्रश्नः- बुद्धिवान बच्चों की मुख्य निशानी क्या होगी? उत्तर:- बुद्धिवान बच्चे ज्ञान में सदा रमण करते रहेंगे। उन्हें मौलाई मस्ती चढ़ी […]Read More
07-07-2018 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन ”मीठे बच्चे – अभी तुम बाप, टीचर, सतगुरू – तीनों के सम्मुख बैठे हो, बाप की यही कृपा है जो टीचर बन तुम्हें पढ़ा रहे हैं, सतगुरू बन साथ में ले जायेंगे” प्रश्नः- तुम बच्चों का बाप से कौन-सा वायदा है? तुम्हारा कर्तव्य क्या है? उत्तर:- बाप से वायदा […]Read More
06-07-2018 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन ”मीठे बच्चे – याद रखो हमारा बाप, टीचर और सतगुरू – तीनों ही कम्बाइन्ड है तो भी खुशी का पारा चढ़ेगा, उनकी श्रीमत पर चलते रहेंगे” प्रश्नः- ब्राह्मणों का पहला लक्षण कौन सा है? किस बात में ब्राह्मणों को एक्सपर्ट बनना है? उत्तर:- ब्राह्मणों का पहला लक्षण है पढ़ना […]Read More
05-07-2018 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन ”मीठे बच्चे – देह सहित सब कुछ भूल पूरा बेगर बनो, शिवपुरी और विष्णुपुरी से अपना बुद्धि-योग लगाओ” प्रश्नः- किस बात में तुम बच्चों को बाप समान फ्राकदिल बनना है? उत्तर:- जैसे बाबा फ्राकदिल बन तुम बच्चों से कखपन ले तुम्हें विश्व की बादशाही देते हैं। ऐसे तुम्हें भी […]Read More
04-07-2018 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन ”मीठे बच्चे – अभी तुम्हें पवित्र जीवात्मा बनना है। इस समय कोई पवित्र जीवात्मा नहीं हैं इसलिए अपने को महात्मा भी नहीं कहला सकते।” प्रश्नः- सतयुगी राजाई का इनाम किन बच्चों को प्राप्त होता है? उत्तर:- जो श्रीमत पर याद की रेस में नम्बरवन जाते हैं, उन्हें ही राजाई […]Read More
03-07-2018 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन ”मीठे बच्चे – अन्तर्मुखी बन पढ़ाई में तत्पर रहो, श्रीमत पर सदा चलते रहो तो तुम्हारी तकदीर बहुत ऊंच बन जायेगी, यह समय है अपनी तकदीर बनाने का” प्रश्नः- तुम बच्चों की ऊंची तकदीर कौन सी है जिसके आधार पर तुम सारे सृष्टि की तकदीर को जान लेते हो? […]Read More
02-07-2018 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन ”मीठे बच्चे – बाप का राइट हैण्ड बन, सर्विस का शौक रख श्रीमत पर पूरा-पूरा अटेन्शन दो, अखबारों में कोई सर्विस की बात निकले तो उसे पढ़कर सर्विस में लग जाओ” प्रश्नः- बाप का नाम तुम बच्चे कब बाला कर सकेंगे? उत्तर:- जब तुम्हारी चलन बड़ी रॉयल और गम्भीर […]Read More
01-07-18 प्रात:मुरली ओम् शान्ति ”अव्यक्त-बापदादा” रिवाइज: 14-12-83 मधुबन प्रभु परिवार – सर्वश्रेष्ठ परिवार आज बापदादा अपने श्रेष्ठ ब्राह्मण परिवार को देख रहे हैं। ब्राह्मण परिवार कितना ऊंचे ते ऊंचा परिवार है। उसको सभी अच्छी तरह से जानते हो? बापदादा ने सबसे पहले परिवार के प्यारे सम्बन्ध में लाया। सिर्फ श्रेष्ठ आत्मा हो, यह ज्ञान नहीं […]Read More