11-08-2018 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – अव्यभिचारी याद से ही तुम्हारी अवस्था अचल-अडोल बनेगी, पुरुषार्थ करो एक बाप के सिवाए दूसरा कुछ भी याद न आये” प्रश्नः- शिवबाबा कौन-सी सर्विस करते हैं और तुम बच्चों को क्या करना है? उत्तर:- संगम पर शिवबाबा सभी आत्माओं को कब्र से निकालते हैं अर्थात् आत्मायें […]Read More
10-8-2018 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – जिस मात-पिता से तुम्हें बेहद का वर्सा मिलता है उस मात-पिता का हाथ कभी छोड़ना नहीं, पढ़ाई छोड़ी तो छोरा-छोरी बन जायेंगे” प्रश्नः- खुशनसीब बच्चों का पुरुषार्थ क्या रहता, उनकी निशानी सुनाओ? उत्तर:- जो खुशनसीब बच्चे हैं – वह देही-अभिमानी रहने का पुरुषार्थ करते हैं। जो […]Read More
09-08-2018 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – बाप आये हैं कलियुग की महफिल में, यह बहुत बड़ी महफिल है, इस महफिल में तुम परवाने शमा पर फिदा हो पावन बनते हो” प्रश्नः- यदि बच्चों का पुरुषार्थ अब तक भी चींटी मार्ग का है तो उसका कारण क्या? उत्तर:- कई बच्चों में रूठने की […]Read More
08-08-2018 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – यह पुरानी दुनिया अब मिट्टी में मिल धूलछाई हो जायेगी, इसलिए इस धूल में मिलने वाली दुनिया से अपना बुद्धियोग निकाल दो” प्रश्नः- मनुष्यों की कौन-सी चाहना एक बाप ही पूरी कर सकते हैं? उत्तर:- मनुष्य चाहते हैं शान्ति हो। लेकिन अशान्त किसने बनाया है, यह […]Read More
07-08-2018 प्रात:मुरलीओम् शान्ति”बापदादा”‘ मधुबन “मीठे बच्चे – बाप आये हैं सुख-शान्ति की मनोकामना पूरी करने, तुम शान्ति चाहते हो तो इन आरगन्स से डिटैच हो जाओ, अपने स्वधर्म में टिको” प्रश्न: पूज्य बनने का पुरुषार्थ क्या है? तुम्हारी पूजा क्यों होती है? उत्तर: पूज्य बनने के लिये विश्व को पावन बनाने की सेवा में मददगार […]Read More
06-08-2018 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – खुशबूदार फूल बनो, श्रीकृष्ण है नम्बरवन खुशबूदार फूल इसलिये सभी को बहुत प्यारा लगता है, सभी नयनों पर रखते हैं” प्रश्न: लौकिक में स्वीट सम्बन्ध कौन-सा है और स्वीटेस्ट किसे कहेंगे? उत्तर: लौकिक में भी स्वीट फादर को ही कहा जाता है। तुम बच्चे भी कहते […]Read More
05-08-18 प्रात:मुरली ओम् शान्ति ”अव्यक्त-बापदादा” रिवाइज: 07-12-83 मधुबन श्रेष्ठ पद की प्राप्ति का आधार – “मुरली” आज मुरलीधर बाप अपने मुरली के स्नेही बच्चों को देख रहे हैं कि कितना मुरलीधर बाप से स्नेह है और कितना मुरली से स्नेह है। मुरली के पीछे कैसे मस्त हो जाते हैं। अपनी देह की सुध-बुध भूल देही […]Read More
04-08-2018 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – तुम्हें मुख से कुछ भी बोलना नहीं है, सच्चे दिल से एक बाप को निरन्तर याद करना है, सच्चे दिल पर ही साहेब राज़ी है” प्रश्नः- सबसे अच्छा मैनर (चरित्र) कौन सा है? किस देवताई मैनर्स को तुम्हें धारण करना है? उत्तर:- सदा हर्षित रहना बहुत […]Read More
03-08-2018 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – दूरादेशी और विशालबुद्धि बनो, शिवबाबा के कार्य में कभी डिस्टर्ब नहीं करना, डिस्टर्ब करने वालों को ऊंच पद नहीं मिल सकता” प्रश्नः- इस दुनिया में मनुष्यों को कौन से ख्यालात रहते हैं जो सतयुगी देवताओं को कभी नहीं आयेंगे? उत्तर:- यहाँ मनुष्य समझते हैं कि हम कमायेंगे […]Read More
02-08-2018 प्रात:मुरलीओम् शान्ति”बापदादा”‘ मधुबन “मीठे बच्चे – बाप का बिन्दी स्वरूप है, उसे यथार्थ पहचानकर याद करो यही समझदारी है” प्रश्न: बेहद की दृष्टि से स्वप्न का अर्थ क्या है? इस संसार को स्वप्नवत संसार क्यों कहा गया है? उत्तर: स्वप्न अर्थात् जो बात बीत गई। तुम अभी जानते हो यह सारा संसार अभी स्वप्नवत् […]Read More