20-11-2018 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – याद रूपी दवाई से स्वयं को एवर निरोगी बनाओ, याद और स्वदर्शन चक्र फिराने की आदत डालो तो विकर्माजीत बन जायेंगे” प्रश्नः- जिन बच्चों को अपनी उन्नति का सदा ख्याल रहता है, उनकी निशानी क्या होगी? उत्तर:- उनकी हर एक्ट सदा श्रीमत के आधार पर होगी। […]Read More
19-11-2018 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – ज्ञान योग की शक्ति से वायुमण्डल को शुद्ध बनाना है, स्वदर्शन चक्र से माया पर जीत पानी है” प्रश्नः- किस एक बात से सिद्ध हो जाता है कि आत्मा कभी भी ज्योति में लीन नहीं होती? उत्तर:- कहते हैं बनी बनाई बन रही…….. तो जरूर आत्मा […]Read More
18-11-18 प्रात:मुरली ओम् शान्ति ”अव्यक्त-बापदादा” रिवाइज: 04-04-84 मधुबन संगमयुग की श्रेष्ठ वेला, श्रेष्ठ तकदीर की तस्वीर बनाने की वेला आज बापदादा हरेक ब्राह्मण श्रेष्ठ आत्मा के श्रेष्ठ जीवन के जन्म की वेला, तकदीर की रेखा देख रहे थे। जन्म की वेला सभी बच्चों की श्रेष्ठ हैं क्योंकि अभी युग ही पुरुषोत्तम श्रेष्ठ है। श्रेष्ठ संगमयुग […]Read More
17-11-2018 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – तुम ब्रह्मा की सन्तान आपस में भाई-बहन हो, तुम्हारी वृत्ति बहुत शुद्ध पवित्र होनी चाहिए” प्रश्नः- किन बच्चों के समझाने का प्रभाव बहुत अच्छा पड़ सकता है? उत्तर:- जो गृहस्थ व्यवहार में रहते कमल फूल समान पवित्र रहते हैं। ऐसे अनुभवी बच्चे किसी को भी समझायें […]Read More
15-11-09 ओम शान्ति अव्यक्त बापदादा मधुबन ‘‘स्वराज्य की रिजल्ट चेक करके स्वयं को चेंज करो और, अखण्ड राज्य के अधिकारी बनो’’ आज दिलाराम बाप अपने राजदुलारे बच्चों से मिलने आये हैं। दुलारे क्यों हैं? जानते हो कि आप हर एक, बच्चा तीन तख्त के मालिक हो? एक स्वराज्य का तख्त, दूसरा है बापदादा के दिल का तख्त और तीसरा है […]Read More
16-11-2018 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – तुम्हें रूहानी पण्डा बन यात्रा करनी और करानी है, याद ही तुम्हारी यात्रा है, याद करते रहो तो खुशी का पारा चढ़े” प्रश्नः- निराकारी दुनिया में जाते ही कौन-से संस्कार समाप्त हो जाते और कौन से संस्कार रह जाते हैं? उत्तर:- वहाँ नॉलेज के संस्कार समाप्त […]Read More
15-11-2018 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – अपनी बुद्धि वा विचारों को इतना शुद्ध, स्वच्छ बनाओ जो श्रीमत को यथार्थ रीति धारण कर बाप का नाम बाला कर सको” प्रश्नः- बच्चों की कौन-सी अवस्था ही बाप का शो करेगी? उत्तर:- जब बच्चों की निरन्तर हर्षितमुख, अचल-अडोल, स्थिर और मस्त अवस्था बनें तब बाप […]Read More
14-11-2018 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – देह-अभिमान है रुलाने वाला, देही-अभिमानी बनो तो पुरुषार्थ ठीक होगा, दिल में सच्चाई रहेगी, बाप को पूरा फालो कर सकेंगे” प्रश्नः- किसी भी परिस्थिति वा आपदा में स्थिति निर्भय वा एकरस कब रह सकती है? उत्तर:- जब ड्रामा के ज्ञान में पूरा-पूरा निश्चय हो। कोई भी […]Read More
13-11-2018 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – दिन में शरीर निर्वाह अर्थ कर्म करो, रात में बैठ ज्ञान का सिमरण करो, बाप को याद करो, बुद्धि में स्वदर्शन चक्र फिराओ तो नशा चढ़ेगा” प्रश्नः- माया किन बच्चों को याद में बैठने ही नहीं देती है? उत्तर:- जिनकी बुद्धि किसी न किसी में फँसी […]Read More
12-11-2018 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – ज्ञान की बुलबुल बन सारा दिन ज्ञान की टिकलू-टिकलू करते रहो तो लौकिक और पारलौकिक मात-पिता का शो कर सकेंगे” प्रश्नः- कहावत है – “अपनी घोट तो नशा चढ़े” इसका भावार्थ क्या है? उत्तर:- अपनी घोटना अर्थात् बुद्धियोग इधर-उधर न भटकाकर एक बाप को याद करना। […]Read More