17-03-19 प्रात:मुरली ओम् शान्ति ”अव्यक्त-बापदादा” रिवाइज: 15-03-84 मधुबन होली उत्सव पवित्र बनने, बनाने का यादगार होलीएस्ट बाप होलीहंसों से होली डे मनाने आये हैं। होली डे इस संगमयुग को कहा जाता है। संगमयुग है ही होली डे। तो होलीएस्ट बाप होली बच्चों से होली डे मनाने आये हैं। दुनिया की होली एक-दो दिन की है […]Read More
15-03-2019 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – अन्तर्मुखी बन विचार सागर मंथन करो तो खुशी और नशा रहेगा, तुम बाप समान टीचर बन जायेंगे” प्रश्नः- किस आधार पर अन्दर की खुशी स्थाई रह सकती है? उत्तर:- स्थाई खुशी तब रहेगी जब औरों का भी कल्याण कर सबको खुश करेंगे। रहमदिल बनो तो खुशी […]Read More
14-03-2019 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – जैसे बाप और दादा दोनों ही निरहंकारी हैं, निष्काम सेवा करते, अपने लिए कोई लोभ नहीं है – ऐसे तुम बच्चे भी बाप समान बनो” प्रश्नः- गरीब निवाज़ बाप गरीब बच्चों की तकदीर किस आधार पर ऊंच बनाते हैं? उत्तर:- बाबा कहते – बच्चे, घर में […]Read More
13-03-2019 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – जितना समय मिले अन्तर्मुखी रहने का पुरूषार्थ करो, बाहरमुखता में न आओ, तब ही पाप कटेंगे” प्रश्नः- चढ़ती कला का पुरूषार्थ क्या है जो बाप हर बच्चे को सिखलाते हैं? उत्तर:- 1. बच्चे चढ़ती कला में जाना है तो बुद्धियोग एक बाप से लगाओ। फलाना ऐसा […]Read More
12-03-2019 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – अन्तर्मुखी हो याद का अभ्यास करो, चेक करो कि आत्म-अभिमानी और परमात्म-अभिमानी कितना समय रहते हैं” प्रश्नः- जो बच्चे एकान्त में जाकर आत्म-अभिमानी बनने की प्रैक्टिस करते हैं उनकी निशानी क्या होगी? उत्तर:- उनके मुख से कभी उल्टा-सुल्टा बोल नहीं निकलेगा। 2-भाई-भाई का आपस में बहुत […]Read More
11-03-2019 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – तुम्हें गुप्त खुशी होनी चाहिए कि हम परमात्मा बाप की युनिवर्सिटी के स्टूडेन्ट हैं, भविष्य नई दुनिया का वर्सा पाने के लिए पढ़ रहे हैं” प्रश्नः- किस स्मृति में सदा रहो तो दैवीगुण धारण होते रहेंगे? उत्तर:- हम आत्मा शिवबाबा की सन्तान हैं, बाबा हमें कांटों […]Read More
10-03-19 प्रात:मुरली ओम् शान्ति ”अव्यक्त-बापदादा” रिवाइज: 01-05-84 मधुबन विस्तार में सार की सुन्दरता बापदादा विस्तार को भी देख रहे हैं और विस्तार में सार स्वरूप बच्चों को भी देख रहे हैं। विस्तार इस ईश्वरीय वृक्ष का श्रृंगार है और सार स्वरूप बच्चे इस वृक्ष के फल स्वरूप हैं। विस्तार सदा वैराइटी रूप होता है और […]Read More
09-03-2019 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – घड़ी-घड़ी बाप और वर्से को याद करो, बाप रूहानी सर्जन तुम्हें निरोगी बनने की एक ही दवा बताते – बच्चे, मुझे याद करो” प्रश्नः- अपने आपसे कौन-सी बातें करो तो बहुत मजा आयेगा? उत्तर:- अपने आपसे बातें करो – इन आंखों से जो कुछ देखते हैं […]Read More
Struggling to sell one multi-million dollar home currently on the market won’t stop actress and singer Jennifer Lopez from expanding her Read More
08-03-2019 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – विचार सागर मंथन कर एक ऐसी टॉपिक निकालो जो सब जगह एक ही टॉपिक पर भाषण चले, यही है तुम्हारी युनिटी” प्रश्नः- कौन-सी मेहनत करते-करते तुम बच्चे पास विद् ऑनर हो सकते हो? उत्तर:- कर्म-बन्धन से अतीत बनो। जब किसी से बात करते हो तो आत्मा […]Read More