10-03-2020 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – पद का आधार है पढ़ाई, जो पुराने भक्त होंगे वह अच्छा पढ़ेंगे और पद भी अच्छा पायेंगे” प्रश्नः- जो बाप की याद में रहते हैं, उनकी निशानी क्या होगी? उत्तर:- याद में रहने वालों में अच्छे गुण होंगे। वह पवित्र होते जायेंगे। रॉयल्टी आती जायेगी। आपस […]Read More
09-03-2020 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – तुम्हें नशा चाहिए कि हमारा पारलौकिक बाप वन्डर ऑफ दी वर्ल्ड ( स्वर्ग ) बनाता, जिसके हम मालिक बनते हैं” प्रश्नः- बाप के संग से तुम्हें क्या-क्या प्राप्तियां होती हैं? उत्तर:- बाप के संग से हम मुक्ति, जीवन-मुक्ति के अधिकारी बन जाते हैं। बाप का संग […]Read More
08-03-20 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “अव्यक्त-बापदादा” रिवाइज: 04-12-85 मधुबन संकल्प की भाषा – सर्वश्रेष्ठ भाषा आज बापदादा के सामने डबल रूप में डबल सभा लगी हुई है। दोनों ही स्नेही बच्चों की सभा है। एक है साकार रूपधारी बच्चों की सभा। दूसरी है आकारी स्नेही स्वरूप बच्चों की सभा। स्नेह के सागर बाप से मिलन मनाने के लिए चारों ओर के […]Read More
07-03-20 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा”मधुबन “मीठे बच्चे-तुम्हें अपने योगबल से सारी सृष्टि को पावन बनाना है, तुम योगबल से ही माया पर जीत पाकर जगतजीत बन सकते हो” प्रश्न: बाप का पार्ट क्या है, उस पार्ट को तुम बच्चों ने किस आधार पर जाना है उत्तर: बाप का पार्ट है-सबके दु:ख हरकर सुख देना, रावण […]Read More
05-03-20 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठेबच्चे- इस पुरानी दुनिया में अल्पकाल क्षणभंगुर सुख है, यह साथ नहीं चल सकता, साथ में अविनाशी ज्ञान रत्न चलते हैं, इसलिए अविनाशी कमाई जमा करो” प्रश्न: बाप की पढ़ाई में तुम्हें कौन-सी विद्या नहीं सिखाई जाती है? उत्तर: भूत विद्या। किसी के संकल्पों को रीड करना, यह भूत […]Read More
05-03-20 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – तुम्हें इस पुरानी दुनिया, पुराने शरीर से जीते जी मरकर घर जाना है, इसलिए देह अभिमान छोड़ देही-अभिमानी बनो” प्रश्न: अच्छे-अच्छे पुरूषार्थी बच्चों की निशानी क्या होगी? उत्तर: जो अच्छे पुरूषार्थी हैं वह सवेरे-सवेरे उठकर देही-अभिमानी रहने की प्रैक्टिस करेंगे। वह एक बाप को याद करने […]Read More
04-03-20 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – इस समय तुम्हारी यह जीवन बहुत-बहुत अमूल्य है क्योंकि तुम हद से निकल बेहद में आये हो, तुम जानते हो हम इस जगत का कल्याण करने वाले हैं” प्रश्न: बाप के वर्से का अधिकार किस पुरूषार्थ से प्राप्त होता है? उत्तर: सदा भाई-भाई की दृष्टि रहे। […]Read More
03-03-20 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – पढ़ाई ही कमाई है, पढ़ाई सोर्स ऑफ इनकम है, इस पढ़ाई से ही तुम्हें 21 जन्मों के लिए खजाना जमा करना है” प्रश्न: जिन बच्चों पर ब्रह्स्पति की दशा होगी उनकी निशानी क्या दिखाई देगी? उत्तर: उनका पूरा-पूरा ध्यान श्रीमत पर होगा। पढ़ाई अच्छी तरह पढ़ेंगे। […]Read More
02-03-20 प्रातमुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे-अब वापिस घर जाना है इसलिए देह सहित देह के सब सम्बन्धों को भूल एक बाप को याद करो, यही है सच्ची गीता का सार” प्रश्न: तुम बच्चों का सहज पुरूषार्थ क्या है? उत्तर: बाप कहते हैं तुम बिल्कुल चुप रहो, चुप रहने से ही बाप का वर्सा […]Read More
01-03-20 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “अव्यक्त-बापदादा” रिवाइज: 02-12-85 मधुबन बन्धनों से मुक्त होने की युक्ति – रूहानी शक्ति आज बापदादा अपने रूहानी बच्चों की रूहानियत की शक्ति देख रहे थे। हर एक रूहानी बच्चे ने रूहानी बाप से रूहानी शक्ति का सम्पूर्ण अधिकार बच्चे होने के नाते प्राप्त तो किया ही है। लेकिन प्राप्ति स्वरूप कहाँ […]Read More