10-04-2020 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – अब नाटक पूरा होता है, वापिस घर जाना है, कलियुग अन्त के बाद फिर सतयुग रिपीट होगा, यह राज़ सभी को समझाओ” प्रश्नः- आत्मा पार्ट बजाते-बजाते थक गई है, थकावट का मुख्य कारण क्या है? उत्तर:- बहुत भक्ति की, अनेक मन्दिर बनाये, पैसा खर्च किया, धक्के […]Read More
09-04-2020 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – तुम्हारा यह मोस्ट वैल्युबुल समय है, इसमें तुम बाप के पूरे – पूरे मददगार बनो, मददगार बच्चे ही ऊंच पद पाते हैं” प्रश्नः- सर्विसएबुल बच्चे कौन सी बहाने बाजी नहीं कर सकते हैं? उत्तर:- सर्विसएबुल बच्चे यह बहाना नहीं करेंगे कि बाबा यहाँ गर्मी है, यहाँ […]Read More
08-04-2020 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – बाप आया है तुम्हें करेन्ट देने, तुम देही – अभिमानी होंगे, बुद्धियोग एक बाप से होगा तो करेन्ट मिलती रहेगी” प्रश्नः- सबसे बड़ा आसुरी स्वभाव कौन-सा है, जो तुम बच्चों में नहीं होना चाहिए? उत्तर:- अशान्ति फैलाना, यह है सबसे बड़ा आसुरी स्वभाव। अशान्ति फैलाने वाले […]Read More
07-04-2020 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – बेहद बाप के साथ व़फादार रहो तो पूरी माइट मिलेगी, माया पर जीत होती जायेगी” प्रश्नः- बाप के पास मुख्य अथॉरिटी कौन-सी है? उसकी निशानी क्या है? उत्तर:- बाप के पास मुख्य है ज्ञान की अथॉरिटी। ज्ञान सागर है इसलिए तुम बच्चों को पढ़ाई पढ़ाते हैं। […]Read More
06-04-2020 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – अपने ऊपर रहम करो, बाप जो मत देते हैं उस पर चलो तो अपार खुशी रहेगी, माया के श्राप से बचे रहेंगे” प्रश्नः- माया का श्राप क्यों लगता है? श्रापित आत्मा की गति क्या होगी? उत्तर:- 1. बाप और पढ़ाई का (ज्ञान रत्नों का) निरादर करने […]Read More
05-04-20 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “अव्यक्त-बापदादा” रिवाइज: 19-12-85 मधुबन फॉलो फादर आज सर्व स्नेही बच्चों के स्नेह का रेसपान्ड करने के लिए बापदादा मिलन मनाने के लिए आये हैं। विदेही बापदादा को देह का आधार लेना पड़ता है। किसलिए? बच्चों को भी विदेही बनाने के लिए। जैसे बाप विदेही, देह में आते हुए भी विदेही स्वरूप में, […]Read More
04-04-2020 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – यह रूहानी हॉस्पिटल तुम्हें आधाकल्प के लिए एवरहेल्दी बनाने वाली है, यहाँ तुम देही – अभिमानी होकर बैठो” प्रश्नः- धन्धा आदि करते भी कौन-सा डायरेक्शन बुद्धि में याद रहना चाहिए? उत्तर:- बाप का डायरेक्शन है तुम किसी साकार वा आकार को याद नहीं करो, एक बाप […]Read More
03-04-2020 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – अपनी अवस्था देखो मेरी एक बाप से ही दिल लगती है या किसी कर्म सम्बन्धों से दिल लगी हुई है” प्रश्नः- अपना कल्याण करने के लिए किन दो बातों का पोतामेल रोज़ देखना चाहिए? उत्तर:- “योग और चलन” का पोतामेल रोज़ देखो। चेक करो कोई डिस-सर्विस […]Read More
02-04-2020 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – बाप तुम रूहों से रूहरिहान करते हैं, तुम आये हो बाप के पास 21 जन्मों के लिए अपनी लाइफ इनश्योर करने, तुम्हारी लाइफ ऐसी इनश्योर होती है जो तुम अमर बन जाते हो” प्रश्नः- मनुष्य भी अपनी लाइफ इनश्योर कराते और तुम बच्चे भी, दोनों में […]Read More
01-04-2020 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – सुख और दु : ख के खेल को तुम ही जानते हो, आधाकल्प है सुख और आधाकल्प है दु : ख, बाप दु : ख हरने सुख देने आते हैं” प्रश्नः- कई बच्चे किस एक बात में अपनी दिल को खुश कर मिया मिट्ठू बनते हैं? […]Read More