10-06-2020 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – अपना कल्याण करना है तो हर प्रकार की परहेज रखो, फूल बनने के लिए पवित्र के हाथ का शुद्ध भोजन खाओ” प्रश्नः- तुम बच्चे अभी यहाँ ही कौन-सी प्रैक्टिस करते हो, जो 21 जन्म तक रहेगी? उत्तर:- सदा तन-मन से तन्दुरूस्त रहने की प्रैक्टिस तुम यहाँ […]Read More
09-06-2020 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – सदा खुशी में रहो कि हमें कोई देहधारी नहीं पढ़ाते, अशरीरी बाप शरीर में प्रवेश कर खास हमें पढ़ाने आये हैं” प्रश्नः- तुम बच्चों को ज्ञान का तीसरा नेत्र क्यों मिला है? उत्तर:- हमें ज्ञान का तीसरा नेत्र मिला है अपने शान्तिधाम और सुखधाम को देखने […]Read More
08-06-2020 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे-तुम्हें अब ज्ञान का तीसरा नेत्र मिला है, इसलिए अब तुम्हारी आंख किसी में भी डूबनी नहीं चाहिए” प्रश्नः- जिन्हें पुरानी दुनिया से बेहद का वैराग्य होगा, उनकी निशानी क्या होगी? उत्तर:- वो अपना सब कुछ बाप को अर्पण कर देंगे, हमारा कुछ भी नहीं। बाबा हमारी यह […]Read More
07-06-20 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “अव्यक्त-बापदादा” रिवाइज: 20-01-86 मधुबन पुरुषार्थ और परिवर्तन के गोल्डन चांस का वर्ष आज समर्थ बाप अपने समर्थ बच्चों को देख रहे हैं। जिन समर्थ आत्माओं ने सबसे बड़े ते बड़ा समर्थ कार्य विश्व को नया श्रेष्ठ विश्व बनाने का दृढ़ संकल्प किया है। हर आत्मा को शान्त वा सुखी बनाने का […]Read More
06-06-2020 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – इस बेहद के खेल में तुम आत्मा रूपी एक्टर पार्टधारी हो, तुम्हारा निवास स्थान है-स्वीट साइलेन्स होम, जहाँ अब जाना है” प्रश्नः- जो ड्रामा के खेल को यथार्थ रीति जानते हैं, उनके मुख से कौन से शब्द नहीं निकल सकते हैं? उत्तर:- यह ऐसा नहीं होता […]Read More
05-06-2020 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – तुम्हें अभी ज्ञान की दृष्टि मिली है, इसलिए तुम्हारा भटकना बंद हुआ, तुम शान्तिधाम – सुखधाम को याद करते हो” प्रश्नः- देवताओं में कौन-सी ताकत है और वह ताकत किस विशेषता के कारण है? उत्तर:- देवताओं में सारे विश्व पर राज्य करने की ताकत है, वह […]Read More
04-06-2020 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – अभी तुम्हें बेहद की पवित्रता को धारण करना है, बेहद की पवित्रता अर्थात् एक बाप के सिवाए और कोई याद न आये” प्रश्नः- बाप से वर्सा लेने के पहले का पुरूषार्थ और उसके बाद की स्थिति में क्या अन्तर होता है? उत्तर:- जब तुम बाप से […]Read More
03-06-2020 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – तुम्हें श्रीमत पर सबको सुख देना है, तुमको श्रेष्ठ मत मिलती है श्रेष्ठ बनकर दूसरों को बनाने के लिए” प्रश्नः- रहमदिल बच्चों के दिल में कौन-सी लहर आती है? उन्हें क्या करना चाहिए? उत्तर:- जो रहमदिल बच्चे हैं उनकी दिल होती है-हम गांव-गांव में जाकर सर्विस […]Read More
02-06-2020 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – तुम सारे विश्व पर शान्ति का राज्य स्थापन करने वाले बाप के मददगार हो, अभी तुम्हारे सामने सुख-शान्ति की दुनिया है” प्रश्नः- बाप बच्चों को किसलिए पढ़ाते हैं, पढ़ाई का सार क्या है? उत्तर:- बाप अपने बच्चों को स्वर्ग का प्रिन्स, विश्व का मालिक बनाने के […]Read More
01-06-2020 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – जब तक जीना है तब तक पढ़ना और पढ़ाना है, खुशी और पद का आधार है पढ़ाई” प्रश्नः- सर्विस की सफलता के लिए मुख्य गुण कौन-सा चाहिए? उत्तर:- सहनशीलता का। हर बात में सहनशील बनकर आपस में संगठन बनाकर सर्विस करो। भाषण आदि के प्रोग्राम लेकर […]Read More