13-05-2021 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – तुम ब्रह्मा मुख वंशावली ब्राह्मण हो, तुम्हें ही बाप द्वारा ज्ञान का तीसरा नेत्र मिला है, तुम अभी ईश्वरीय गोद में हो” प्रश्नः- अद्वैत राज्य, जहाँ दूसरा कोई धर्म नहीं, उस राज्य की स्थापना का आधार क्या है? उत्तर:- योगबल। बाहुबल से कभी भी अद्वैत राज्य […]Read More
12-05-2021 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – जब तुम सम्पूर्ण पावन बनोगे तब ही बाप तुम्हारी बलिहारी स्वीकार करेंगे, अपनी दिल से पूछो हम कितना पावन बने हैं!” प्रश्नः- तुम बच्चे अभी खुशी-खुशी से बाप पर बलि चढ़ते हो – क्यों? उत्तर:- क्योंकि तुम जानते हो, अभी हम बलिहार जाते हैं तो बाप […]Read More
11-05-2021 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – सुख-शान्ति का वरदान एक बाप से ही मिलता है, कोई देहधारी से नहीं, बाबा आये हैं – तुम्हें मुक्ति-जीवनमुक्ति की राह दिखाने” प्रश्नः- बाप के साथ जाने और सतयुग आदि में आने का पुरुषार्थ क्या है? उत्तर:- बाप के साथ जाना है तो पूरा पवित्र बनना […]Read More
09-05-21 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “अव्यक्त-बापदादा” रिवाइज: 27-12-87 मधुबन निश्चय बुद्धि विजयी रत्नों की निशानियाँ आज बापदादा अपने चारों ओर के निश्चयबुद्धि विजयी बच्चों को देख रहे हैं। हर एक बच्चे के निश्चय की निशानियाँ देख रहे हैं। निश्चय की विशेष निशानियाँ – (1) जैसा निश्चय वैसा कर्म, वाणी में हर समय चेहरे पर रूहानी नशा […]Read More
08-05-2021 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – अपने आपसे पूछो कि मैं कर्मेन्द्रिय-जीत बना हूँ, कोई भी कर्मेन्द्रिय मुझे धोखा तो नहीं देती हैं!” प्रश्नः- कर्मातीत बनने के लिए तुम बच्चों को अपने आपसे कौन सा वायदा करना है? उत्तर:- अपने से वायदा करो कि कोई भी कर्मेन्द्रिय कभी भी चलायमान हो नहीं […]Read More
07-05-2021 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – रावण ने तुम्हें बहुत पीड़ित किया है, अभी तुम भक्तों का रक्षक भगवान आया है तुम्हारी पीड़ा को दूर करने” प्रश्नः- सपूत बच्चों की मुख्य दो निशानियाँ सुनाओ? उत्तर:- सपूत बच्चे सदा मात-पिता को फालो कर तख्तनशीन बनेंगे। खूब पुरूषार्थ में लगे रहेंगे। 2- उनकी बाप […]Read More
05-05-2021 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – श्रीमत पर चलकर सबको सुख दो, आसुरी मत पर दु:ख देते आये, अब सुख दो, सुख लो” प्रश्नः- बुद्धिवान बच्चे किस राज़ को समझने के कारण ऊंच पद पाने का पुरूषार्थ करते हैं? उत्तर:- वे समझते हैं कि यह दु:ख और सुख, हार और जीत का […]Read More
04-05-2021 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – अपने आपसे पूछो कि मैं कितना समय बाप की याद में रहता हूँ, देही-अभिमानी स्थिति कितना समय रहती है?” प्रश्नः- तकदीरवान बच्चे ही बाप का कौन सा डायरेक्शन पालन करते हैं? उत्तर:- बाप का डायरेक्शन है – मीठे बच्चे, आत्म-अभिमानी भव। तुम सब आत्मायें मेल हो, […]Read More
03-05-2021 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – आत्म-अभिमानी भव, चलते-फिरते, उठते-बैठते यही अभ्यास करते रहो तो तुम्हारी बहुत उन्नति होती रहेगी” प्रश्नः- बाप की एक्यूरेट याद किन बच्चों की बुद्धि में रहेगी? उत्तर:- जिन बच्चों ने बाप को एक्यूरेट जाना है। कई बच्चे कहते हैं कि बिन्दू को भला कैसे याद करें। भक्ति […]Read More
02-05-21 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “अव्यक्त-बापदादा” रिवाइज: 23-12-87 मधुबन मनन शक्ति और मग्न स्थिति आज डबल ताजधारी, डबल राज्य अधिकारी बनाने वाले बाप विशेष अपने डबल विदेशी बच्चों से मिलन मनाने आये हैं। बापदादा देख रहे हैं कि चारों ओर के डबल विदेशी स्नेही, सहयोगी, सदा सेवा के उमंग-उत्साह से स्नेह और सेवा, दोनों में आगे […]Read More