दुख की विदाई – सुखमय संसार के आगमन
20 अप्रैल (अलकापूरी:बडोदा) अमृत महोत्सव. दुख की विदाई – सुखमय संसार के आगमन का आधार , एक ई·ार एक वि·ा परिवार. डॉ. निरंजना बहन, ब्रा. मृत्यूजय भाई, ब्. कु. चंद्रिका बहन, पूर्व मेयर भ्राता पटेल आदियों का सम्बोधन हुआ.