30-06-2018 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – दिल से बाबा-बाबा कहते रहो तो अपार खुशी रहेगी, यह मुख से कहने की बात नहीं, अन्दर में सिमरण चलता रहे तो सब कलह-क्लेष मिट जायेंगे” प्रश्नः- कई बच्चे कहते – बाबा, मेरा मन मूँझता है, उलझन रहती है, तो बाबा उन्हें कौनसी शिक्षा देते हुए […]Read More
28-06-2018 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – जैसे बाप को सभी पर तरस आता, ऩफरत नहीं आती, ऐसे तुम बच्चे भी किसी से नफरत मत करो, रहमदिल बनो।” प्रश्नः- रहमदिल बाप का सारे विश्व के प्रति एक ही प्लैन है, वह कौन सा? उत्तर:- सभी मनुष्य आत्माओं को तत्वों सहित पतित से पावन […]Read More
27-06-2018 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – तुम्हें देह सहित इस सारी पुरानी दुनिया का त्याग करना है, क्योंकि तुम्हें गाइड द्वारा सच्चा रास्ता मिल गया है” प्रश्नः- ईश्वरीय प्लैन के अनुसार किस कर्त्तव्य में कल्याण समाया हुआ है? उत्तर:- यह महाविनाश का जो कर्त्तव्य है, जिसमें सारी बेहद की पुरानी दुनिया खत्म […]Read More
26-06-2018 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – अशरीरी बनने की मेहनत करो, अशरीरी अर्थात् कोई भी दैहिक धर्म नहीं, सम्बन्ध नहीं, अकेली आत्मा बाप को याद करती रहे” प्रश्नः- तुम बच्चों में 100 परसेन्ट बल कब आयेगा, उसका पुरुषार्थ क्या है? उत्तर:- तुम बच्चे जब याद की दौड़ी लगाते अन्तिम समय पर पहुँचेंगे, […]Read More
25-06-2018 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – इस समय तुम सबकी वानप्रस्थ अवस्था है, तुम्हें वाणी से परे अब वापिस घर चलना है, इसलिए बाप को याद करो” प्रश्नः- 21 जन्म सुख मिलने का आधार क्या है? उत्तर:- 63 जन्मों की भक्ति। जिन्होंने पहले-पहले सतोप्रधान भक्ति की है अर्थात् जो पुराने अनेक जन्म […]Read More
24-06-18 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “मातेश्वरी” रिवाइज 24-04-65 मधुबन “ज्ञान का तीसरा नेत्र (विजडम) ही लाइफ में सुख और शान्ति का आधार है” गीत: आज अन्धेरे में हम इंसान… ओम् शान्ति। गीत में सुना हम इन्सान अन्धेरे में हैं। लेकिन आज तो दुनिया समझती है कि हम बहुत रोशनी में हैं, कितनी रोशनी हुई है! चाँद […]Read More
23-06-18 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे-प्रतिज्ञा करो हम पास विद ऑनर बनकर दिखायेंगे, कभी भी माँ-बाप में संशयबुद्धि नहीं बनेंगे, सदा सपूत बन श्रीमत पर चलेंगे” प्रश्न: माया की बॉक्सिंग में तुम बच्चों को किस बात की बहुत सम्भाल करनी है? उत्तर: बॉक्सिंग करते कभी भी मात-पिता में संशय न आ जाये, इसकी […]Read More
22-06-18 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे-इस पुरानी दुनिया, पुराने माण्डवे से अब दिल हटा लो, तुम्हें बाप के पास वापस जाना है इसलिए घर को याद करो” प्रश्न: अपनी अवस्था अच्छी बनाने के लिए किस बात का बहुत-बहुत ध्यान रखना चाहिए? उत्तर: भोजन का। सेन्सीबुल बच्चे अपने हाथ से योग में रहकर भोजन […]Read More
21-06-18 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे-ईश्वरीय बचपन को भूल ऊंचे ते ऊंचा वर्सा गँवा नहीं देना, फुल पास होंगे तो सूर्यवंशी घराने में राज्य मिलेगा” प्रश्न: सतयुग और त्रेता में किसी भी आत्मा को अपने कर्म नहीं कूटने पड़ते-क्यों? उत्तर: क्योंकि सतयुग-त्रेता में जो भी आत्मायें आती हैं वह संगम की ही प्रालब्ध […]Read More
20-06-18 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे-अब पुण्य आत्मा बनने के लिए परम शिक्षक की शिक्षाओं को धारण करो, पाप कर्मों के खाते को योग द्वारा चुक्तू करो” प्रश्न: मोस्ट बिलवेड बाप में भी कई बच्चों को कभी-कभी संशय उठ जाता है-क्यों और कब? उत्तर: बच्चे जब किसी की बातों में आ जाते, संगदोष […]Read More