28-10-2020 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – तुम इस पाठशाला में आये हो स्वर्ग के लिए पासपोर्ट लेने, आत्म-अभिमानी बनो और अपना नाम रजिस्टर में नोट करा दो तो स्वर्ग में आ जायेंगे” प्रश्नः- कौन-सी स्मृति न रहने के कारण बच्चे बाप का रिगार्ड नहीं रखते हैं? उत्तर:- कई बच्चों को यही स्मृति […]Read More
27-10-2020 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – भिन्न-भिन्न युक्तियां सामने रख याद की यात्रा पर रहो, इस पुरानी दुनिया को भूल अपने स्वीट होम और नई दुनिया को याद करो” प्रश्नः- कौन सी एक्ट अथवा पुरूषार्थ अभी ही चलता है, सारे कल्प में नहीं? उत्तर:- याद की यात्रा में रह आत्मा को पावन […]Read More
26-10-2020 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – श्रीमत पर भारत को स्वर्ग बनाने की सेवा करनी है, पहले स्वयं निर्विकारी बनना है फिर दूसरों को कहना है” प्रश्नः- तुम महावीर बच्चों को किस बात की परवाह नहीं करनी है? सिर्फ कौन सी चेकिंग करते स्वयं को सम्भालना है? उत्तर:- अगर कोई पवित्र बनने […]Read More
23-10-2020 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन मीठे बच्चे – श्रेष्ठ ते श्रेष्ठ बनने के लिए स्वयं भगवान तुम्हें श्रेष्ठ मत दे रहे हैं, जिससे तुम नर्क-वासी से स्वर्गवासी बन जाते हो। प्रश्नः- देवता बनने वाले बच्चों को विशेष किन बातों का ध्यान रखना है? उत्तर:- कभी कोई बात में रूठना नहीं, शक्ल मुर्दे जैसी नहीं […]Read More
22-10-2020 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन मीठे बच्चे – “सबसे मीठा अक्षर ‘बाबा’ है, तुम्हारे मुख से सदा बाबा-बाबा निकलता रहे, सबको शिवबाबा का परिचय देते रहो” प्रश्नः- सतयुग में कोई मनुष्य तो क्या जानवर भी रोगी नहीं होते हैं, क्यों? उत्तर:- क्योंकि संगमयुग पर बाबा सभी आत्माओं का और बेहद सृष्टि का ऐसा ऑपरेशन […]Read More
21-10-2020 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – रोज़ रात को अपना पोतामेल निकालो, डायरी रखो तो डर रहेगा कि कहीं घाटा न पड़ जाए” प्रश्नः- कल्प पहले वाले भाग्यशाली बच्चों को बाप की कौन सी बात फौरन टच होगी? उत्तर:- बाबा रोज़-रोज़ जो बच्चों को याद की युक्तियां बतलाते हैं, वह भाग्यशाली बच्चों […]Read More
19-10-2020 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – तुम्हें अभी बहुत-बहुत साधारण रहना है, फैशनेबुल ऊंचे कपड़े पहनने से भी देह-अभिमान आता है” प्रश्नः- तकदीर में ऊंच पद नहीं है तो किस बात में बच्चे सुस्ती करते हैं? उत्तर:- बाबा कहते बच्चे अपना सुधार करने के लिए चार्ट रखो। याद का चार्ट रखने में […]Read More
18-10-20 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “अव्यक्त-बापदादा” रिवाइज: 07-04-86 मधुबन तपस्वी-मूर्त, त्याग मूर्त, विधाता ही विश्व-राज्य अधिकारी आज रूहानी शमा अपने रूहानी परवानों को देख रहे हैं। सभी रूहानी परवाने शमा से मिलन मनाने के लिए चारों ओर से पहुंच गये हैं। रूहानी परवानों का प्यार रूहानी शमा जाने और रूहानी परवाने जाने। बापदादा जानते हैं कि […]Read More
17-10-2020 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – तुम्हें एक-एक को परिस्तानी बनाना है, तुम हो सबका कल्याण करने वाले, तुम्हारा कर्तव्य है गरीबों को साहूकार बनाना” प्रश्नः- बाप का कौन-सा नाम भल साधारण है लेकिन कर्तव्य बहुत महान है? उत्तर:- बाबा को कहते हैं बागवान-खिवैया। यह नाम कितना साधारण है लेकिन डूबने वाले […]Read More
16-10-2020 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – तुम्हें संगम पर सेवा करके गायन लायक बनना है फिर भविष्य में पुरूषोत्तम बनने से तुम पूजा लायक बन जायेंगे” प्रश्नः- कौन सी बीमारी जड़ से समाप्त हो तब बाप की दिल पर चढ़ेंगे? उत्तर:- 1. देह-अभिमान की बीमारी। इसी देह-अभिमान के कारण सभी विकारों ने […]Read More