21/01/18 मधुबन”अव्यक्त-बापदाद”‘ओम् शान्ति 21-04-83 संगमयुगी मर्यादाओं पर चलना ही पुरूषोत्तम बनना है आज बापदादा सर्व मर्यादा पुरूषोत्तम बच्चों को देख रहे हैं। संगमयुग की मर्यादायें ही पुरूषोत्तम बनाती हैं इसलिए मर्यादा पुरूषोत्तम कहा जाता है। इन तमोगुणी मनुष्य आत्माओं और तमोगुणी प्रकृति के वायुमण्डल, वायब्रेशन से बचने का सहज साधन – यह मर्यादायें हैं। मर्यादाओं […]Read More
20/01/18 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – एक मनमनाभव के महामंत्र से तुम समझदार बनते हो, यही मंत्र सब पापों से मुक्त करने वाला है” प्रश्न: सारे ज्ञान का सार क्या है, मनमनाभव रहने वालों की निशानी क्या होगी? उत्तर: सारे ज्ञान का सार है कि अब हमको वापिस घर जाना है। यह […]Read More
18-01-08 ओम शान्ति अव्यक्त बापदादा मधुबन ‘‘सच्चे स्नेही बन, सब बोझ बाप को देकर मौज का अनुभव करो, मेहनत मुक्त बनो’’ आज बापदादा अपने चारों ओर के बेफिक्र बादशाहों के संगठन को देख रहे हैं। इतनी बड़ी बादशाहों की सभा सारे कल्प में इस संगम के समय होती है। स्वर्ग में भी इतनी बड़ी सभा बादशाहों की नहीं होगी। लेकिन […]Read More
19/01/18 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – पारसबुद्धि बनने के लिए बाप जो समझाते हैं उसे अच्छी तरह से समझना है, स्वयं में धारणा कर दूसरों को कराना है” प्रश्न: कौन सा एक राज़ बहुत ही गुह्य, गोपनीय और समझने का है? उत्तर: निराकार बाप सभी का मात-पिता कैसे बनते हैं, वह सृष्टि […]Read More
17/01/18 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – तुम्हें बेहद का पक्का सन्यासी बनना है, किसी भी चीज़ में लोभ वृत्ति नहीं रखनी है” प्रश्न: बाप की ताकत प्राप्त करने के लिए तुम बच्चे सबसे अच्छा कर्म कौन सा करते हो? उत्तर: सबसे अच्छा कर्म है बाप पर अपना सब कुछ (तन-मन-धन सहित) […]Read More
16/01/18 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – बाप को याद करने की खूब मेहनत करो, क्योंकि तुम्हें सच्चा सोना बनना है” प्रश्न: अच्छे पुरुषार्थियों की निशानी क्या होगी? उत्तर: जो अच्छे पुरुषार्थी होंगे वह कदम-कदम श्रीमत पर चलेंगे। सदा श्रीमत पर चलने वाले ही ऊंच पद पाते हैं। बाबा बच्चों को सदा श्रीमत […]Read More
15/01/18 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन मीठे बच्चे – यही संगमयुग है जब आत्मा और परमात्मा का संगम (मेल) होता है, सतगुरू एक ही बार आकर बच्चों को सत्य ज्ञान दे, सत्य बोलना सिखाते हैं” प्रश्न: किन बच्चों की अवस्था बहुत फर्स्टक्लास रहती है? उत्तर: जिनकी बुद्धि में रहता यह सब कुछ बाबा का है। […]Read More
14-01-18 प्रात:मुरलीओम् शान्ति”अव्यक्त-बापदादा” रिवाइज: 19-04-83 मधुबन संगमयुग का प्रभु फल खाने से सर्व प्राप्तियाँ आज बापदादा अपने सर्व स्नेही बच्चों को स्नेह का रिटर्न देने, मिलन मनाने, स्नेह का प्रत्यक्षफल, स्नेह की भावना का श्रेष्ठ फल देने के लिए बच्चों के संगठन में आये हैं। भक्ति में भी स्नेह और भावना भक्त-आत्मा के रूप में […]Read More
13/01/18 प्रात:मुरलीओम् शान्ति”बापदादा”‘ मधुबन ”मीठे बच्चे – पवित्रता बिना भारत स्वर्ग बन नहीं सकता, तुम्हें श्रीमत है घर गृहस्थ में रहते पवित्र बनो, दोनों तरफ तोड़ निभाओ” प्रश्न: दूसरे सतसंगों वा आश्रमों से यहाँ की कौन सी रसम बिल्कुल न्यारी है? उत्तर: उन आश्रमों में मनुष्य जाकर रहते हैं समझते हैं – संग अच्छा है, […]Read More
12/01/18 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – बाप की दुआयें लेनी हैं तो हर कदम श्रीमत पर चलो, चाल-चलन अच्छी रखो” प्रश्न: शिवबाबा की दिल पर कौन चढ़ सकता है? उत्तर: जिनकी गैरन्टी ब्रह्मा बाबा लेता कि यह बच्चा सर्विसएबुल है, यह सबको सुख देता है। मन्सा, वाचा, कर्मणा किसी को दु:ख नहीं […]Read More