21-01-2019 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – बाप समान रूहानी टीचर बनो। जो बाप से पढ़ा है वह दूसरों को भी पढ़ाओ, धारणा है तो किसको भी समझाकर दिखाओ।” प्रश्नः- किस बात में बाबा को अटल निश्चय है? बच्चों को भी उसमें अटल बनना है? उत्तर:- बाबा को ड्रामा पर अटल निश्चय है। […]Read More
20-01-19 प्रात:मुरली ओम् शान्ति ”अव्यक्त-बापदादा” रिवाइज: 12-04-84 मधुबन ब्राह्मण जीवन का फाउन्डेशन – पवित्रता आज बापदादा सभी होलीहंसों को देख रहे हैं। हर एक होलीहंस कहाँ तक होली बने हैं, कहाँ तक हंस बने हैं? पवित्रता अर्थात् होली बनने की शक्ति कहाँ तक जीवन में अर्थात् संकल्प, बोल और कर्म में, सम्बन्ध में, सम्पर्क में […]Read More
18-01-07 ओम शान्ति अव्यक्त बापदादा मधुबन ‘‘अब स्वयं को मुक्त कर मास्टर मुक्तिदाता बन सबको मुक्ति दिलाने के निमित्त बनो’’ आज स्नेह के सागर बापदादा चारों ओर के स्नेही बच्चों को देख रहे हैं। दो प्रकार के बच्चे देख-देख हर्षित हो रहे हैं। एक हैं लवलीन बच्चे और दूसरे हैं लवली बच्चे, दोनों के स्नेह की लहरें बाप के […]Read More
19-01-2019 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – मुख्य है याद की यात्रा, याद से ही आयु बढ़ेगी, विकर्म विनाश होंगे, याद में रहने वालों की अवस्था बोल-चाल बहुत फर्स्टक्लास होगा” प्रश्नः- तुम बच्चों को देवताओं से भी जास्ती खुशी होनी चाहिए – क्यों? उत्तर:- क्योंकि तुमको अभी बहुत बड़ी लाटरी मिली है। भगवान […]Read More
18-01-19 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे परफेक्ट बनना है तो ईमानदारी और सच्चाई से देखो कि मेरे में क्या-क्या खामी है, बाप से राय लेते उन खामियों को निकालते जाओ” ओम् शान्ति। अभी तुम आत्माओं का प्यार वा मुहब्बत एक बाप से है। जिस आत्मा के लिए कहते हैं कि इनको आग जला नहीं […]Read More
16-01-2019 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – आत्म-अभिमानी बनने की प्रैक्टिस करो तो विकारी ख्यालात उड़ जायेंगे, बाप की याद रहेगी, आत्मा सतोप्रधान बन जायेगी” प्रश्नः- मनुष्यों को दुनिया में किस रास्ते का बिल्कुल ही पता नहीं है? उत्तर:- बाप से मिलने वा जीवनमुक्ति प्राप्त करने के रास्ते का किसको भी पता नहीं […]Read More
14-01-2019 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – तुम्हें सम्पूर्ण पावन बनना है इसलिए कभी किसको दु:ख नहीं दो, कर्मेन्द्रियों से कोई विकर्म न हो, सदा बाप के फरमान पर चलते रहो।” प्रश्नः- पत्थर से पारस बनने की युक्ति क्या है? कौन सी बीमारी इसमें विघ्न रूप बनती है? उत्तर:- पत्थर से पारस बनने […]Read More
13-01-19 प्रात:मुरली ओम् शान्ति ”अव्यक्त-बापदादा” रिवाइज: 10-04-84 मधुबन प्रभु प्यार – ब्राह्मण जीवन का आधार आज बापदादा अपने स्नेही, सहयोगी, सहजयोगी आत्माओं को देख रहे हैं। योगी आत्मायें तो सभी हैं। ऐसे ही कहेंगे कि यह योगियों की सभा है। सभी योगी तू आत्मायें अर्थात् प्रभु प्रिय आत्मायें बैठी हैं। जो प्रभु को प्रिय लगती […]Read More
12-01-2019 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – तुम कल्याणकरी बाप के बच्चों का कर्तव्य है सर्व का कल्याण करना, सबको बाप की याद दिलाना और ज्ञान दान देना” प्रश्नः- बाबा महारथी किन बच्चों को कहते हैं, उनकी निशानी क्या होगी? उत्तर:- जो अच्छी रीति पढ़ते और पढ़ाते हैं, जिन पर सदा ब्रहस्पति की […]Read More
11-01-2019 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – सदा खुशी में रहो और दूसरों को भी खुशी दिलाओ, यही है सब पर कृपा करना, किसी को भी रास्ता बताना यह सबसे बड़ा पुण्य है।” प्रश्नः- सदा खुशमिज़ाज़ कौन रह सकते हैं? खुशमिज़ाज़ बनने का साधन क्या है? उत्तर:- सदा खुशमिज़ाज़ वही रह सकते जो […]Read More