08-12-19 प्रात:मुरली ओम् शान्ति ”अव्यक्त-बापदादा” रिवाइज: 18-03-85 मधुबन सन्तुष्टता आज दिलवाला बाप अपने स्नेही दिलतख्तनशीन बच्चों से दिल की रूह-रूहान करने आये हैं। दिलवाला अपने सच्ची दिल वालों से दिल की लेन-देन करने, दिल का हाल-चाल सुनने के लिए आये हैं। रूहानी बाप रूहों से रूह-रूहान करते हैं। यह रूहों की रूह-रूहान सिर्फ इस समय […]Read More
07-12-2019 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – यह पावन बनने की पढ़ाई सब पढ़ाइयों से सहज है, इसे बच्चे, जवान, बुढ़े सब पढ़ सकते हैं, सिर्फ 84 जन्मों को जानना है” प्रश्न: हर एक छोटे वा बड़े को कौन-सी प्रैक्टिस जरूर करनी चाहिए? उत्तर: हर एक को मुरली चलाने की प्रैक्टिस जरूर करनी […]Read More
06-12-2019 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – तुम्हारे पास मनमनाभव और मध्याजीभव के तीक्ष्ण बाण हैं, इन्हीं बाणों से तुम माया पर विजय प्राप्त कर सकते हो” प्रश्न: बच्चों को बाप की मदद किस आधार पर मिलती है? बच्चे बाप की शुक्रिया किस रूप से मानते हैं? उत्तर: जो बच्चे जितना बाप को […]Read More
05-12-2019 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – अपने लक्ष्य और लक्ष्य-दाता बाप को याद करो तो दैवीगुण आ जायेंगे, किसी को दु:ख देना, ग्लानि करना, यह सब आसुरी लक्षण हैं” प्रश्न: बाप का तुम बच्चों से बहुत ऊंचा प्यार है, उसकी निशानी क्या है? उत्तर: बाप की जो मीठी-मीठी शिक्षायें मिलती हैं, यह […]Read More
03-12-2019 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – तुम्हारे यह रिकार्ड संजीवनी बूटी हैं, इन्हें बजाने से मुरझाइस निकल जायेगी” प्रश्न: अवस्था बिगड़ने का कारण क्या है? किस युक्ति से अवस्था बहुत अच्छी रह सकती है? उत्तर: 1. ज्ञान की डांस नहीं करते, झरमुई झगमुई में अपना समय गँवा देते हैं इसलिए अवस्था बिगड़ […]Read More
04-12-2019 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – सारा मदार कर्मों पर है, सदा ध्यान रहे कि माया के वशीभूत कोई उल्टा कर्म न हो जिसकी सजा खानी पड़े” प्रश्न: बाप की नज़र में सबसे अधिक बुद्धिवान कौन हैं? उत्तर: ता ही सबसे मुख्य है इसलिए बाप सावधान करते हैं-बच्चे यह आंखे धोखा न […]Read More
02-12-2019 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – विनाश के पहले सबको बाप का परिचय देना है, धारणा कर दूसरों को समझाओ तब ऊंच पद मिल सकेगा” प्रश्न: राजयोगी स्टूडेन्ट्स को बाप का डायरेक्शन क्या है? उत्तर: तुम्हें डायरेक्शन है कि एक बाप का बनकर फिर औरों से दिल नहीं लगानी है। प्रतिज्ञा कर […]Read More
आज का मुरली प्रवचन :Read More
01-12-19 प्रात:मुरली ओम् शान्ति ”अव्यक्त-बापदादा” रिवाइज: 15-03-85 मधुबन मेहनत से छूटने का सहज साधन – निराकारी स्वरूप की स्थिति बापदादा बच्चों के स्नेह में, वाणी से परे निर्वाण अवस्था से वाणी में आते हैं। किसलिए? बच्चों को आपसमान निर्वाण स्थिति का अनुभव कराने के लिए। निर्वाण स्वीट होम में ले जाने के लिए। निर्वाण स्थिति […]Read More