सकारात्मक विचार
सकारात्मक विचार से समस्या समाधान में बदल जाती है
सकारात्मक विचार से समस्या समाधान में बदल जाती है बदलने से विपरीत परिस्थिति भी सहज दिखने लगती है। अपनी समस्या को समाप्त करने एवं सफल जीवन जीने के लिए विचारों को सकारात्मक बनाने की बहुत आवश्यकता है। समस्याओं का कारण ढूढने की बजाए निवारण ढंूढ़े। समस्या का चिंतन करने से तनाव की उत्पत्ति होती है। मन के विचारों का प्रभाव वातावरण पेड़-पौधों तथा दूसरों व स्वयं पर पड़ता है। यदि हमारे विचार सकारात्म है तो उसकासकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। जीवन को रोगमुक्त,दीर्घायु, शांत व सफल बनाने के लिएहमें सबसे पहले विचारों को सकारात्मक बनाना चाहिए। सकारात्मक विचार से समस्या समाधान में बदल जाती है। एक दूसरों के प्रति सकारातमक विचार रखने से आपसीभाई चारा बना रहता है। सत्संग एवं आध्यात्मिक ज्ञान को सकारात्मक सोच के लिए हम अपने आत्मबल से अपना मनोबल बढ़ा सकते है। सत्संग के द्वारा प्राप्त ज्ञान और शक्तियां ही हमारी असली पूंजी हैं। राजयोग के निरंतर अभ्यास के द्वारा हम अपने कर्म इद्रियों को संयमित कर अपने आंतरिकसद्गुणों का विकास बढ़ा सकते है। (बीकेवार्ता – कृपया यह मॅटर कॉपी ना करें तथा सोशल वर्किंगसाईट, ईमेलगृप से वितरीत न करें.)