ब्रह्माकुमारीज़ प्रशासकीय/व्यवस्थापकीय/विश्वस्त सदस्य-पदाधिकारीतथा राजयोग शिक्षा एवम् शोध प्रतिष्ठान के विभिन्न प्रभाग पदाधिकारी, स्पिकर्स इनका जीवनपरिचय (बायोडाटा) राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी जानकी दादी [ मुख्य प्रशासिका ] Profile-1, 2, 3 राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी हृदयमोहिनी दादी [ अतिरिक्त मुख्य प्रशासिका ] [ बायोडाटा ] [फोटो ] Profile-1, 2, 3 राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी रतनमोहिनी दादी [सहमुख्य प्रशासिका ] Profile राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी मोहिनी जी, अध्यक्षा,ग्रामविकास प्रभाग,मा.आबू […]Read More
अहमदनगर 10 से 12 जनवरी, 2015 राजयोगीनी उषादीदी के सानिध्य में गीता ज्ञान महायज्ञ से होगी अदभूत प्रकट उर्जा अदभूत है उषादीदीका प्रेरणादाई व्यक्तित्व : तनाव प्रबेधक तथा राजयोग की अनुभवी प्रशिक्षिका बी.के. उषादीदीजी जिन्हें सब सम्मान से दीदी कहते है, का जन्म सन 1961 में अफ्रीका महाद्वीप […]Read More
Gallery Shanti Sarovar-Raipur (13 pictures) Hits: 36640 Shanti Sarovar-Hyderabad Shanti Sarovar-Hyd (7 pictures) Hits: 53638 Shanti Sarovar-Hyderabad Supreme Soul (13 pictures) Hits: 302745 Supreme Soul Shantivan (7 pictures) Hits: 63009 Read More
इस विभाग मैं आपको हररोज की मुरली (परमात्मवचन)मिलेंगे. साथही पिछले एक महीने के मुरलियां भी आप पढ़ सकते है [25-08-2011] ”मीठे बच्चे, मन्सा-वाचा-कर्मणा किसी को भी दु:ख नहीं देना, कभी किसी पर गुस्सा नहीं करना, प्यार बहुत मीठी चीज़ है, इससे किसी को भी वश कर सकते हो” प्रश्न: बाप बच्चों को डबल […]Read More
आज का मुरली प्रवचन सुबह 7 से 8 बजे तक देखीए आज की मुरली का वीडिओ B एचटीएमएल- पढने हेतु एमपी 3 सूनने हेतु 29.07.15 PDF PDF 29-07-15 29.07.15 PDF […]Read More
अप्रैल 2013 मार्च 2013 फरवरी 2013 जनवरी-2013 दिसम्बर 2012 नवम्बर 2012 अक्तुबर 2012 सितम्बर 2012 अगस्त 2012 जुलाई 2012 जून 2012 मई 2012 अप्रैल 2012 मार्च 2012 फरवरी – 2012 जनवरी-2012 दिसम्बर 2011 नवम्बर 2011 अक्तुबर 2011 सितम्बर 2011 अगस्त 2011 जुलाई 2011 जून:2011 मई 2011 अप्रैल 2011 मार्च 2011 फरवरी – 2011 जनवरी-2011 दिसम्बर […]Read More
“योग“ शब्द ही – मनुष्य को अलौकिकता की ओर प्रेरित करता है. आज विश्व में योग विद्या के अभाव के कारण ही बेचौनी, परेशानी व तनाव का प्रकोप बढ़ता जा रहा है. योग अत्यन्त प्राचीन प्रणाली है. भारत के प्राचीन योग की ख्याति समस्त विश्व तक पहुँची हुई है. इसलिए विश्व के अनेक प्राणियों में […]Read More
राजयोग का लक्ष्य, नियम तथा प्राप्ति राजयोग का लक्ष्य, नियम तथा प्राप्ति राजयोग ही अविनाश सुख-शान्ति का एकमात्र उपाय है आज के इस आधुनिक युग में राजयोग सिखने की बड़ी आवश्यकता है, क्योंकि प्रत्येक व्यक्ति अपने जीवन में सुख-शान्ति की इच्छा रखता है और वह जानता है कि शान्ति केवल भौतिक चरमसीमा तक पहँुच चुकी […]Read More
राजयोग के लिए नियमों का पालन संयम और नियम ही मनुष्य जीवन का मूल श्रृंगार हैं. बिना नियम के मनुष्य-जीवन पशु-जीवन से भी बदतर गिना जायेगा. ईश्वर में मन न लगने का यह भी एक कारण है. अगर मन में विकारों ने स्थान ले लिया है तो ईश्वर वहाँ स्थान कैसे ले सकता है ? […]Read More
राजयोग के लिए स्वयं का परिचय राजयोग की साधना करे वाला “मौ साधक कौन हँू ? “ – इसका परिचय प्राप्त करना राजयोगी के लिए परम आवश्यक है. “आप कौन है ? “ – यह प्रश्न जितना ही सरल है उतना ही गहन है. “आप कौन है ?“ प्रश्न पूछने पर प्रत्येक व्यक्ति अपना शारीरिक […]Read More