Bkvarta

Month: September 2018

00 Weekly Murli

20-09-2018

20-09-2018 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन ”मीठे बच्चे – ज्ञान की एक बूंद है अपने को आत्मा समझो और बाप को याद करो, इसी एक बूंद से मुक्ति-जीवनमुक्ति प्राप्त हो सकती है” प्रश्नः- किस पुरुषार्थ में अपनी और दूसरों की उन्नति समाई हुई है? उत्तर:- 1- याद में रहने का पुरुषार्थ करो, इसमें ही अपनी […]Read More

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19-09-2018

19-09-2018 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन ”मीठे बच्चे – तुम्हारे दर पर कोई भी आये उसे कुछ न कुछ ज्ञान धन देना है, पहले फॉर्म भराओ फिर दो बाप का परिचय दो” प्रश्नः- जादूगर बाप की जादूगरी कौन सी है? उत्तर:- जादूगर बाप की जादूगरी देखो – इतना ऊंचा बाप कहते हैं मैं तुम्हारी सेवा […]Read More

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18-09-2018

18-09-2018 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन ”मीठे बच्चे – आत्मा और परमात्मा का यथार्थ ज्ञान तुम्हारे पास है, इसलिए तुम्हें ललकार करनी है, तुम हो शिव शक्तियां” प्रश्नः- सबसे ऊंची मंज़िल कौन सी है, जिसका ही तुम बच्चे पुरुषार्थ कर रहे हो? उत्तर:- निरन्तर याद में रहना – यह है सबसे ऊंची मंजिल। याद से […]Read More

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17-09-2018

17-09-2018 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन ”मीठे बच्चे – पद का आधार पढ़ाई पर है, पढ़कर फिर पढ़ाना है, गली-गली में जाकर बाप का परिचय देना है” प्रश्नः- तुम बच्चों को किस इच्छा से परे रहकर सेवा में लगे रहना है? उत्तर:- तुम रहमदिल बच्चे हो, तुम्हें किसी से पैसा लेने की इच्छा नहीं रखनी […]Read More

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15-09-2018

15-09-2018 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन ”मीठे बच्चे – कालों का काल आया है तुम सबको वापिस ले जाने, इसलिए याद से विकर्मों का बोझा ख़त्म करो, अपनी देह से मोह निकाल दो” प्रश्नः- भक्तों की कौन-सी पुकार जब बाप सुन लेते हैं तो भक्त खुश होने के बजाए दु:खी होने लगते हैं? उत्तर:- भक्तों […]Read More

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16-09-18

16-09-18 प्रात:मुरली ओम् शान्ति ”अव्यक्त-बापदादा” रिवाइज: 16-01-84 मधुबन ‘स्वराज्य’ – आपका बर्थ राईट है। आज बापदादा राज्य अधिकारी सभा देख रहे हैं। सारे कल्प में बड़े ते बड़ी राज्य अधिकारी सभा इस संगमयुग पर ही लगती है। बापदादा सारे विश्व के ब्राह्मण बच्चों की सभा देख रहे हैं। सभी राज्य अधिकारी नम्बरवार अपने सम्पूर्ण स्थिति […]Read More

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14-09-2018

14-09-2018 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन ”मीठे बच्चे – तुम्हें पुरुषार्थ कर एयरकन्डीशन की टिकेट खरीद करनी है, एयरकन्डीशन टिकेट लेना अर्थात् माया की गर्म हवा अथवा वार से सेफ रहना” प्रश्नः- तुम बच्चों को महाविनाश का दु:ख होगा या नहीं? इसका पाप किस पर चढ़ता है? उत्तर:- तुम्हें इस महाविनाश का दु:ख हो नहीं […]Read More

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13-09-2018

13-09-2018 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन ”मीठे बच्चे – याद के पुरुषार्थ से ही कर्मातीत बनेंगे इसलिए कभी अपने को मिया मिट्ठू नहीं समझना, याद के बल से अन्दर में जो कमियां हैं, उन्हें निकालते रहना” प्रश्नः- सभी बच्चों की अवस्था को मजबूत बनाने के लिए बाप कौन सी चैलेन्ज करते हैं? उत्तर:- बच्चे, भोजन […]Read More

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12-09-2018

12-09-2018 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन ”मीठे बच्चे – तुम रूद्र ज्ञान यज्ञ में बैठे हो, रूद्र शिवबाबा तुम्हें जो सुनाते हैं वह सुनकर दूसरों को जरूर सुनाना है” प्रश्नः- बाप ने भी यज्ञ रचा है और मनुष्य भी यज्ञ रचते हैं – दोनों में कौन सा मुख्य अन्तर है? उत्तर:- मनुष्य रूद्र यज्ञ रचते […]Read More

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11-09-2018

11-09-2018 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन ”मीठे बच्चे – घर-घर को स्वर्ग बनाने की जिम्मेवारी तुम बच्चों पर है, सबको पतित से पावन होने का लक्ष्य देना है, दैवीगुण धारण करने हैं” प्रश्नः- ईश्वरीय गोद में आने से तुम बच्चों को कौन सा अनुभव होता है? उत्तर:- मंगल मिलन मनाने का अनुभव ईश्वरीय गोद में […]Read More